तेजी से वजन बढ़ने का बड़ा कारण कम फिजिकल एक्टिविटी और अनहेल्दी खाना, खराब लाइफस्टाइल को माना जाता है, लेकिन एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट के बाद भी वजन बढ़ रहा है तो इसके कई दूसरे कारण भी हो सकते हैं। कुछ लोग जमकर एक्सरसाइज करते हैं और खाने पीने का भी ख्याल रखते हैं बावजूद इसके वजन कम होने का नाम नहीं लेता है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही है तो इसे नजरअंदाज न करें। जिस तरह वजन कम होने शरीर में किसी न किसी बीमारी का लक्षण माना जाता है वैसे ही ज्यादा वजन बढ़ना भी किसी बीमारी का लक्षण हो सकता है। तेजी से मोटापा बढ़ने पर आप ये 4 मेडिकल टेस्ट जरूर करवा लें।
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पीसीओएस (PCOS)- टीनएज में महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ने का कारण पीसीओएस भी हो सकता है। खराब लाइफस्टाइल की वजह से लड़कियों और महिलाओं को ये समस्या होने लगी है। पीसीओएस यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम आजकल बहुत कम उम्र की लड़कियों में भी होने लगा है। पीसीओएस में तेजी से वजन बढ़ने लगता है। इसलिए मोटापा बढ़ने पर पीसीओएस का टेस्ट जरूर करवा लें।
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ब्लड शुगर की जांच (Blood Sugar Level)- डायबिटीज के मरीज का भी वजन तेजी से बढ़ता है। ब्लड शुगर बढ़ने पर मोटापा भी बढ़ने लगता है। मोटे लोगों में डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपका वजन सामान्य से ज्यादा है तो अपना ब्लड शुगर लेवल चेक जरूर करवा लें। इससे पता चल जाएगा कि आप डायबिटिक तो नहीं है?
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थायरॉइड का टेस्ट (Thyroid Function Test)- अगर वजन तेजी से बढ़ रहा है या कम हो रहा है तो इसका एक कारण थायरॉइड की समस्या भी हो सकती है। थायरॉइड होने पर लोगों का वजन बढ़ने लगता है। खासतौर से महिलाओं में ये समस्या ज्यादा देखी जाती है। 40 के पार महिलाओं का वजन बढ़ने का एक कारण थायरॉइड भी हो सकता है।
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लिपीड प्रोफाइल टेस्ट (Lipid Profile Test)- अगर आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है तो आप हार्ट की बीमारियों से पीड़ित हो सकते हैं। इसके लिए आप लिपीड प्रोफाइल टेस्ट करवा सकते हैं। लिपीड प्रोफाइल टेस्ट शरीर में ट्राइग्लिसराइड और बैड कोलेस्ट्रॉल की जांच करता है। ये एक जरूरी टेस्ट है जिसे मोटापा बढ़ने पर आपको जरूर करवा लेना चाहिए।