पुरुषों की तुलना में अब महिलाओं में हार्ट अटैक (Heart Attack In Women) के मामले अब तेजी से बढ़ रहे हैं। यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ESC) की एक स्टडी से पता चला है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने के बाद मृत्यु की संभावना दोगुनी से अधिक होती है। लेकिन अक्सर महिलाएं पहले से दिखने वाले लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं, जिस कारण समय रहते इलाज नहीं मिल पाता है। महिलाओं के अंदर हार्ट अटैक से पहले अलग लक्षण देखने को मिलते हैं। आइए जानते हैं महिलाओं को हार्ट अटैक आने से पहले क्या महसूस होता है और इससे कैसे बचें।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं (What are the symptoms of heart attack in women)
महिलाओं में हार्ट अटैक आने से पहले शरीर में कई लक्षण देखने को मिलते हैं जिनमें सीने में दर्द या बेचैनी, ऊपरी पीठ या गर्दन में दर्द, अपच, सीने में जलन, मतली या उल्टी, बहुत ज्यादा थकान, चक्कर आना, धड़कन बढ़ना पैरों, टखनों, टांगों या पेट में सूजन और सांस की तकलीफ शामिल है। अगर आप भी इनमें से किसी समस्या से जूझ रही हैं तो तुरंत डॉक्टर से अपना चेकअप करवाएं।
महिलाओं में हार्ट अटैक के कारण (causes of heart attack in women)
महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले ज्यादा तनाव और चिंता की भावना होती है, जिसके कारण महिलाओं में हार्ट अटैक की समस्या की संभावना बढ़ जाती है। तनाव और चिंता के कारण महिलाएं डिप्रेशन की शिकार भी हो जाती हैं। इसके अलावा, मोटापा, डायबिटीज, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), किडनी की समस्या, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, धूम्रपान, तला भुना हुआ भोजन, पैकेज्ड और प्रोसेस्ट फूड्स के कारण भी महिलाओं में दिल की बीमारियां बढ़ती हैं।
महिलाओं में दिल की बीमारियों से बचाव के तरीके (How to Reduce Risk of Heart Disease)
- पौष्टिक खाना खाएं और भीगे हुए बादाम, अखरोट और अंजीर भी शामिल करें।
- 25 की उम्र के बाद महिलाएं अपना कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रखें।
- तनाव से बचें इससे आप डिप्रेशन की शिकार भी हो सकती हैं।
- वजन को कंट्रोल में रखें।
- रोजाना एक्सरसाइज और वॉक की आदत डालें।
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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