
जहां पूरी दुनिया हाईटेक मशीन के साथ बॉडी बना रही है। वहीं दूसरी ओर मुंगदर भांजने से भी असरदार नतीजे सामने आते हैं। हालांकि आपको इसे चलाने का सही तरीका आना चाहिए। देसी तरीके से बॉडी बनाने का अपना ही मजा है। एक तो इंजरी नहीं होती और ताकत भी भरपूर मिलती है। अगर आप रोज थोड़ा वॉर्मअप के बाद मुंगदर चला लेते हैं, तो इससे कंधे को मजबूती मिलती है। शोल्डर में फ्लेक्सिबिलिटी आने से अकड़न और दर्द की परेशानी नहीं होती। इससे हाथों की ग्रिप अच्छी होती है। मुगदर से जब वर्कआउट करते हैं तो बॉडी भी बैलेंस होती है। एक और बात, ये कार्डियो हेल्थ यानि दिल के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
कहने का मतलब ये कि शोल्डर-चेस्ट-बैक-ट्राइसेप्स और बाइसेप्स तो सुडौल देखने लायक बनेंगे ही, अंदर से बॉडी फौलादी भी बनेगी। जो अक्सर जिमिंग से नहीं हो पाती। जहां तक बात थाइज यानि क्वाड मसल्स, हैमस्ट्रिंग, लेग प्रेस की है तो उसके लिए दंड-बैठक के अलग-अलग अभ्यास हैं। सूर्य नमस्कार के तमाम पोज है। जो ताकत भरने के साथ पेल्विक फ्लोर और लोअर बॉडी पार्ट को स्ट्रॉन्ग बनाते हैं। ऐसे में स्वामी रामदेव से जानते हैं कैसे योग और खानपान से शरीर को स्वस्थ और मसल्स को मजबूत बनाया जा सकता है।
गर्मी का प्रकोप, मसल्स कमज़ोर
- स्वेटिंग से बॉडी में
- वाटर लेवल कम
- मसल्स में ऐंठन
- अकड़न-जलन
- हाथ-पैर,पेट में क्रैंप्स
कमजोर मसल्स की वजह
- जेनेटिक डिसऑर्डर
- चोट लगना
- प्रोटीन की कमी
- फिजिकल एक्टिविटी ना करना
कमजोर मांसपेशियों के लक्षण
- पैरों में कमजोरी
- खेलने-दौड़ने में परेशानी
- जल्दी थकान
- स्टेमिना कम होना
- वर्कआउट करने में दिक्कत
मसल्स की कमज़ोरी कैसे दूर करें
- रोजाना व्यायाम करें
- विटामिन-डी से भरपूर खाना खाएं
- दिन में 4-5 लीटर पानी पिएं
- आंवले का सेवन करें
मसल्स बनेंगी स्ट्रॉन्ग
- रेगुलर योग करें
- वर्कआउट करें
- कार्डियों करें
- हेल्दी डाइट लें
- पूरी नींद लें
कमज़ोर मसल्स की क्या है वजह
- शरीर में खून की कमी
- नसों पर दबाव
- जेनेटिक डिसऑर्डर
- ऑटो इम्यून डिजीज
- संक्रमण
मांसपेशियों में दर्द के उपाय
- पैदल चले
- रोज़ दूध पीएं
- ताज़ा फल खाएं
- हरी सब्ज़ियां खाएं
- ज़्यादा देर ना बैठे
- मोटापा घटाएं
- वर्कआउट करें
- जंक फूड से परहेज़
दूर होगी कमजोरी
- आंवला-एलोवेरा का जूस पीएं
- हरी सब्जियां खाएं
- टमाटर का सूप पीएं
- अंजीर-मुनक्का भिगोकर खाएं