वजन कम करने के लिए लोग कई तरह की ट्रिक अपनाते हैं। कोई डाइट से समझौता करता है, तो कोई हैवी वर्कआउट करता है। ठीक इसी तरह से कोस्टा रिका के अदीस मिलर ने हाल ही में 21 दिनों में अपना बेहतरीन ट्रांसफॉर्मेशन किया और एक दो नहीं बल्कि 13 किलो वजन कम किया।इसके लिए उन्होंने वाटर फास्टिंग का सहारा लिया।अब यह वाटर फास्टिंग है क्या और क्या यह शरीर के लिए फायदेमंद होती है या नुकसानदायक आइए हम आपको बताते हैं वाटर फास्टिंग के बारे में।
क्या है वॉटर डायटिंग?
वाटर फास्टिंग का मतलब है कि आप पानी के अलावा किसी चीज का सेवन नहीं कर सकते हैं। लोग इस फास्ट को या तो धार्मिक कारणों से या फिर सेहत को फायदा पहुंचाने के लिए करते हैं। वॉटर फास्टिंग 24 घंटे से लेकर 72 घंटे तक की जा सकती है। वॉटर फास्टिंग का यह समय कई स्थितियां जैसे भावनात्मक तनाव का स्तर शारीरिक गतिविधि का स्तर स्वास्थ्य की स्थिति और बॉडी को डिहाइड्रेट करने की स्थिति पर निर्भर करना है।
किन लोगों को नहीं करना चाहिए वॉटर
कुछ लोगों को वाटर फास्टिंग से बचना चाहिए जैसे किडनी के पेशेंट, हार्ट की पेशेंट, प्रेगनेंट वूमेन, डायबिटीज, गाउट, माइग्रेन को इस उपवास का सेवन नहीं करने से बचना चाहिए।
वाटर फास्टिंग के फायदे क्या होते?
वाटर फास्टिंग का यह प्रोसेस आपके शरीर को कीटोसिस की तरफ ले जाता है जिसमें बॉडी एनर्जी के लिए शरीर में मौजूद फैट को ब्रेक करने लग जाता है। वॉटर फास्टिंग करने से आपको कई तरह के फायदे मिलते हैं, जिसमें बॉडी डिटॉक्स होती है। एंड फेस लॉक शामिल होता है।
वाटर फास्टिंग से होते हैं ये नुकसान
वाटर फास्टिंग के फायदे के साथ-साथ इसके कई नुकसान भी होते हैं तो आइए जानते हैं। इसके नुकसान क्या है। वॉटर फास्ट में कोई कैलोरी नहीं होती है। इसलिए आप बहुत जल्दी वजन कम कर सकते हैं। वॉटर फास्टिंग में बॉडी में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ सकता है क्योंकि पानी के सेवन का एक बड़ा हिस्सा हमारे द्वारा खाए जाने वाले फ़ूड से आता है। इस पार्टी में एडिट कॉन्स्टिपेशन एंड बीपी की परेशानी हो सकती है। यह यूरिक एसिड के उत्पादन को भी बढ़ा सकता है