डायबिटीज के मरीजों को अपने डाइट का ख़ास ख्याल रखना होता है। डायबिटीज एक लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारी है। ऐसे में इस बीमारी से ग्रसित मरीजों को अपन खान पान पर विशेष ध्यान देना होता है। खाने में ज़रा सी लापरवाही उनके लिए बहुत बड़ी समस्या बन सकती है। ऐसे में कई बार डायबिटीज के मरीज खाने को लेकर अपना मन मार कर रह जाते हैं। लेकिन एक फल है जो स्वाद से भरपूर होता है और डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद लाभदायक भी है। इसका सेवन कर आप अपना शुगर कंट्रोल कर सकते हैं। कौन सा है वो फल चलिए हम आपको बताते हैं।
सर्दियों में मिलने लगता है सिंघाड़ा
सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बाजार में सिंघाड़े बिकने लगते हैं। इसे अंग्रजी में 'वॉटर चेस्टनट' या 'वॉटर कैल्ट्रॉप' कहा जाता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल व्रत के खाने में किया जाता हैं। ये न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट लगते हैं बल्कि ये सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद माना जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर सिंघाड़ा में कैल्शियम, विटामिन-ए, सी, कर्बोहाईड्रेट, प्रोटीन जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। वैसे तो सिंघाड़े को कच्चा भी खाया जा सकता है। आप चाहे तो इसे उबालकर, फ्राई करके, अचार बनाकर या फिर सब्जी बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ये फल डायबिटीज के मरीजों के लिए भी बहुत ज़्यादा लाभकारी है। चलिए आपको बताते हैं सिंघाड़ा से ब्लड शुगर लेवल को कैसे कंट्रोल करें।
डायबिटीज रोगियों के लिए है असरदार
सिंघाड़ा में काफी मात्रा में फाइबर होता है। सिंघाड़ा में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। इससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता है, जो डायबिटीज वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। डाइट में फाइबर का ज़्याद सेवन करने से मल त्याग में आसानी होती है, ब्लड कोलेस्ट्रॉल कम होता है साथ ही ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर आंत को स्वस्थ बनाता है।
इन समस्याओं में भी है कारगर
सिंघाड़ा के नियमित सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। सिंघाड़ा से अस्थमा, एसिडिटी, गैस, अपच में भी कारगर है। यह हड्डियों को भी मजबूत करता है। साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए भी सिंघाड़ा का सेवन फायदेमंद होता है।