गांव हो या शहर आजकल हर किसी का खानपान बिगड़ चुका है। अनहेल्दी डाइट, खाने के सामानों में मिलावट, प्रिजर्वेटिव्स और कैमिकल युक्त चीजें खाने से शरीर को भरपूर पोषण नहीं मिल पा रहा है। खासतौर से बच्चों में पोषण की कमी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हाल ही में मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एक रिसर्च किया गया था जिसमें बाल रोग विभाग ने एक साल तक चले शोध में खुलासा किया है कि बच्चों के अंदर विटामिन डी और कैल्शियम की कमी सबसे ज्यादा हो रही है। इन दो जरूर विटामिन की कमी से बच्चे गंभीर कुपोषण के शिकार हो रहे हैं। रिसर्च की मानें तो 5 साल से कम उम्र के 45% बच्चे भयंकर कुपोषण की वजह से जान गंवा रहे हैं। इसकी वजह खराब आहार, सूर्य की रौशनी की कमी और कई दूसरे कारण बताए जात रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि बच्चे को कैसे विटामिन डी और कैल्शियम की कमी से बचाया जाए।
विटामिन डी और कैल्शियम के लिए बच्चों को क्या खिलाएं
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डेयरी प्रोडक्ट खिलाएं- बच्चों की डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करें। इससे शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है। आपको बच्चे को दिन में 2-3 बार डेयरी उत्पाद जरूर खिलाने चाहिए। इसके लिए दूध, दही या पनीर को डाइट में शामिल करें।
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धूप में लेकर जाएं- आजकल बच्चों को घरों में बंद रखा जाता है। खेलने के लिए भी सिर्फ शाम को बाहर निकलने दिया जाता है। ऐसे में बच्चों को धूप से मिलने वाला विटामिन डी नहीं मिल पाता है। बच्चों को फिट रखना है तो उन्हें रोजाान 1 घंटे सुबह की धूप में जरूर खेलने के लिए भेजें। इससे शरीर को नेचुरली विटामिन डी मिलता है।
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अंडा खिलाएं- बच्चे की डाइट में डेली एक अंडा जरूर शामिल करें। इससे शरीर को जरूरी पोषण, कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन डी मिलता है। अंडा खाने से विटामिन बी12 की कमी को भी पूरा किया जा सकता है। भरपूर पोषण के लिए अंडे का पीला वाला हिस्सा भी खिलाएं। इसमें विटामिन डी होता है।
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संतरा खिलाएं- सीजन पर बच्चों की डाइट में संतरा जरूर शामिल करें। संतरे में अच्छी मात्रा में कैल्शियम और विटामिन सी पाया जाता है। आप चाहें तो बच्चों को संतरे का जूस भी पिला सकते हैं। संतरे में विटामिन डी की मात्रा भी पाई जाती है। इसलिए बच्चों को रोजाना संतरा जरूर खिलाएं।
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