आजकल की लाइफस्टाअल और स्ट्रेस लोगों में नसों की बीमारी का कारण बन रही है। स्थिति ये है कि बहुत से लोग साइटिका, सर्वाइकिल और फिर वैरिकोज वेन्स की समस्या से गुजर रहे हैं। ये समस्या ऐसी है कि लोगों को उठने-बैठने और चलने फिरने तक में परेशान करती है। ऐसे में सोने का तरीका या कहें कि तकिया लगाकर आप कैसे सोते हैं ये सब इस समस्या को प्रभावित करता है। ऐसे में जानना जरूरी है कि सोते समय आप तकिया कहां और कैसे लगाएं। तो, जानते हैं इन तमाम चीजों के बारे में विस्तार से।
साइटिका में कैसे सोएं और तकिया कहां लगाएं?
साइटिका (sciatica pain) में आपके हिप्स और आपके पैर के पिछले हिस्से में दर्द बहुत होता है। ऐसी स्थिति में सोने से आपकी पीठ के निचले हिस्से और कूल्हों में मरोड़ हो सकती है, जिससे तंत्रिका पर और अधिक दबाव पड़ने से दर्द बढ़ सकता है। ऐसे में अपने घुटनों के बीच तकिया रखकर सोने से आपको अपनी रीढ़ को सीधा रखकर दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।
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वैरिकोज में कैसे सोएं और तकिया कहां लगाएं?
वैरिकोज (varicose veins) मुड़ी हुई नसें होती हैं जो त्वचा के ठीक नीचे होती हैं। ये आमतौर पर पैरों में होते हैं। कभी-कभी वैरिकाज नसें शरीर के अन्य हिस्सों में भी बन जाती हैं। ऐसे में बाईं करवट सोने से वैरिकोज वेन्स और अन्य संवहनी समस्याओं में आराम मिलता है। बाईं करवट सोने से वेना कावा पर पड़ने वाले अतिरिक्त दबाव से राहत मिलती है और इससे दर्द कम होता है। ऐसे में तकिया पैरों के नीचे लगाएं ताकि पैर आराम में आएं और नसों का प्रेशर कम हो।
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तो, अगर आपको इन दोनों समेत नस की कोई भी बीमारी है तो सिर में तकिया लगाने की जगह पैरों मे लगाएं और बाईं करवट सोएं। इससे आराम महसूस करेंगे जिसकी वजह से इसके दर्द से राहत मिलती है।