वैरिकोज में इस तेल से करें मसाज, बंद नसों में जमा खून दौड़ने लगेगा, बाबा रामदेव ने बताई खास थेरेपी
वैरिकोज में इस तेल से करें मसाज, बंद नसों में जमा खून दौड़ने लगेगा, बाबा रामदेव ने बताई खास थेरेपी
लंबे समय तक खडे़ या बैठे रहने से पैरों की नसें सूजने लगती है और ब्लड सर्कुलेशन धीमा होने से नसों में खून जमा होने लगता है। इसके लिए समय समय पर पैरों की मसाज करना जरूरी है। इसके लिए आयुर्वेदिक तेल, मसाज थेरेपी और कई लेप हैं जिनसे आपको आराम मिल सकता है।
रोजाना वॉक करने से मोटापा और कई तरह की बीमारियों को दूर किया जा सकता है। ऐसी ही बीमारी है वैरिकोज की जिसे नसों की घातक बीमारी माना जाता है। वॉक और एक्सरसाइज करने से वैरिकोज की समस्या से भी बचा जा सकता हैं। दरअसल लेग्स का मूवमेंट ना होने पर सबसे पहले वैरिकोज का ही खतरा बढ़ता है। नसों की इस बीमारी के मरीज तो आजकल के उमस भरे मौसम में और बढ़ जाते है, क्योंकि इस मौसम में शरीर से पसीना ज्यादा निकलता है और फिर बॉडी में पानी की कमी से ब्लड फ्लो धीमा हो जाता है। नर्व्स के वॉल्व को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जब ब्लड पूरी तरह हार्ट तक नहीं पहुंचता तो वो नीचे की तरफ ही नसों में इकट्ठा होने लगता है। जिससे नसों के मोटे गुच्छे बन जाते है और जलन-ऐंठन की समस्या शुरू हो जाती है।
वैसे ज्यादातर वैरिकोज की परेशानी पैरों में देखने को मिलती है। जिसकी एक बड़ी वजह खराब पॉश्चर भी है। पॉश्चर तो फिर भी ठीक कर लें, लेकिन ह्यूमिडिटी जो नसों की परेशानी को बढ़ाती है उसका उपाय खोजना मुश्किल हो जाता है। स्वामी रामदेव से जानते हैं कि वैरिकोज से मुक्ति पाने के लिए क्या करें। कौन से तेल से मसाज करें और क्या थेरेपी अपनाएं।
वैरिकोज बीमारी कैसे होती है?
हार्ट तक वॉल्व खून पहुंचाते हैं जब ये वॉल्व कमजोर होने लगने हैं को खून पंप नहीं होता और ब्लड नीचे की तरफ जमने लगता है। खून जमने से नसें फूल जाती हैं और मोटी होने पर नसों में नीली गांठे बनने लगती हैं। इससे पैरों में सूजन और दर्द की समस्या बढ़ जाती है।
वैरिकोज की वजह
एक्सरसाइज नहीं करना
कमज़ोर नसें
खराब वाल्व
लगातार बैठे रहना
ज्यादा देर खड़े रहकर काम करना
वैरिकोज में इन चीजों से करें मसाज
एप्पल विनेगर से मसाज करने से आराम मिलेगा
जैतून के तेल से नसों की मालिशे करने से फायदा होगा
वैरिकोज में बर्फ से नसों पर मसाज करने से भी राहत मिलेगी
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