किसी भी चीज की अधिकता सेहत के लिए हानिकारक होती है। आजकल खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से ज्यादातर लोग डायबिटीज के अलावा जिस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं वो यूरिक एसिड है। यूरिक एसिड शरीर में प्यूरीन नाम के तत्व के टूटने से बनता है। जब शरीर में इसकी मात्रा सामान्य लेवल से ज्यादा बढ़ जाती है तो ये सेहत के लिए हानिकारक होता है। ऐसे में दवाइयों के अलावा घरेलू नुस्खों को अपनाकर आप यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं। आज हम आपको दो नुस्खों के बारे में बताएंगे। ये दो नुस्खे अखरोट और प्याज के हैं। जानिए इन दोनों का सेवन सेहत के लिए किस तरह से असरदार है। साथ ही सेवन के तरीके को भी जानें।
बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करेगा प्याज, जानें सेवन का सही तरीका
अखरोट है असरदार
अखरोट सेहत के लिए बेहतरीन होता है। ये प्रोटीन और अन्य कई विटामिन्स का भंडार भी कहा जाता है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है। ये सभी तत्व शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में सहायता करते हैं। जिसकी वजह से शरीर से बढ़े हुए यूरिक एसिड का स्तर अपने आप कम होने लगता है।
ऐसे करें अखरोट का सेवन
अगर आप यूरिक एसिड के पेशेंट हैं तो अखरोट को अपनी डाइट में शामिल करें। इसके लिए आप बस सुबह खाली पेट 2 से 3 अखरोट का सेवन करें। इससे बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाएगा।
यूरिक एसिड के मरीज डाइट में इस तरह शामिल करें अखरोट, अपने आप काबू में हो जाएगी समस्या
प्याज
क्या आपको पता है प्याज खाने का स्वाद बढ़ाने के अलावा बढ़े हुए यूरिक एसिड को भी नियंत्रित करने में असरदार है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए शरीर का मेटाबॉलिज्म का ठीक होना जरूरी है। इससे वजन काबू में रहेगा और शरीर से विषाक्त पदार्थ जल्द ही बाहर निकल जाएंगे। ये सभी गुण प्याज में होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में सहायता करता है।
इस तरह करें प्याज का सेवन
बढ़े हुए यूरिक एसिड कंट्रोल करना चाहते हैं तो कच्चे प्याज का सेवन करना आपके लिए अच्छा होगा। इसका इस्तेमाल आप सलाद के रूप में कर सकते हैं। इसके साथ ही प्याज का रस खाली पेट पीने से भी आपको असर दिखेगा।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।