Highlights
- लहसुन का सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाता है
- एलोवेरा जेल यूरिक एसिड के सूजन को कम करता है
- अदरक का सेवन से यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाता है
Uric Acid: शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने से जोड़ों में सूजन और दर्द होने लगता है। हमारे शरीर में यूरिक एसिड का बनना एक केमिकल रिएक्शन की वजह से होता है। जब हम प्यूरीन युक्त डाइट का सेवन अधिक करते हैं तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है और आर्थराइटिस का भयानक रूप गाउट, हृदय रोग, शुगर या किडनी रोग जैसी परेशानियां घर कर जाती हैं।
आइए जानते हैं यूरिक एसिड की समस्या को घरेलू उपचार के जरिए कैसे ठीक किया जा सकता है?
लहसुन
लहसुन के औषधीय गुण की वजह से इसे रोगों के निवारण के लिए काफी अहम माना गया है। लहसुन बढ़े हुए यूरिक एसिड की समस्या से निजात दिलाने में कारगर साबित होता है। यदि रोजाना 3-4 लहसुन की कलियों का खाली पेट सेवन किया जाए तो यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर से छुटकारा पाया जा सकता है।
अजवाइन का पानी
अमूमन अजवाइन का इस्तेमाल खाने के स्वाद को बढ़ाने के काम में आता है लेकिन इसके कई औषधीय गुण भी हैं। अपने इन्हीं गुण की वजह से अजवाइन बढ़े हुए यूरिक एसिड और गठिया के रोग में काफी सहायक है। अजवाइन के पानी का सेवन करने से बॉडी में बढ़े हुए यूरिक एसिड का लेवल कम हो जाता है। रोजाना सुबह एक गिलास गुनगुने पानी के साथ अजवाइन का सेवन करने से यूरिक एसिड की समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है।
अदरक
गठिया की समस्या में अदरक के सेवन की सलाह दी जाती है। अदरक में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स इस समस्या से निजात दिलाने में कारगर साबित होते हैं। अदरक को अपनी डाइट में शामिल करने से गठिया के दर्द से छुटकारा मिल जाता है। अदरक शरीर में अधिक यूरिक एसिड को बनने से भी रोकता है।
नींबू का रस
नींबू के रस के रस में एंटी-ऑक्सीडेंट होने के साथ-साथ विटामिन सी की भी मात्रा होती है। जिसे हमारा शरीर अच्छी तरह से अवशोषित करता है। नींबू के रस का रोजाना सेवन से यूरिक एसिड के बढ़े हुए लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। इतना ही नहीं ये न केवल यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है बल्कि हमारी स्किन को भी हेल्दी रखता है।
एलोवेरा जेल का करें लेप
गठिया के रोग से छुटकारा दिलाने के लिए एलोवेरा जेल का लेप काफी कारगर साबित होता है। इस लेप को लगाने से यूरिक एसिड की वजह से गठिया के सूजन में आराम मिलता है।