शरीर में किसी भी चीज की अधिकता सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है। खराब लाइफस्टाइल की वजह से ज्यादातर लोग बढ़े यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित हैं। यूरिक एसिड से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में एसिड का स्तर बढ़ जाता है। जिसकी वजह से हाथों पैरों में सूजन के अलावा जलन की समस्या भी होने लगती है। अगर समय रहते ही इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो ये आगे चलकर आपके लिए और परेशानी का कारण बन सकती है। अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित हैं तो डाइट में कुछ बदलाव करना आपके लिए बहुत जरूरी है। ऐसा करके आप यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं। जानें यूरिक एसिड की शरीर में अधिकता से बचने के लिए आपकी डाइट किस तरह की होनी चाहिए।
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नाश्ता
दिन की शुरुआत ब्रेकफास्ट से होती है। यूरिक एसिड के मरीजों को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए। सुबह के पहले मील यानी कि नाश्ता हमेशा हेल्दी होना चाहिए। इससे आप ज्यादा वक्त तक एनर्जी से भरपूर रहेंगे। इस बात का ध्यान रखें कि आप नाश्ते में उन चीजों को ज्यादा शामिल करें जिसमें फाइबर की मात्रा अधिक हो। ऐसे में सुबह के नाश्ते में आप ओट्स, दलिया और केला को शामिल कर सकते हैं।
इन ड्रिंक्स का करें सेवन
यूरिक एसिड के मरीजों को अपनी डाइट में कुछ ड्रिंक्स को जरूर शामिल करना चाहिए। ये ड्रिंक्स हैं- गाजर का जूस, अजवाइन से बना काढ़ा, नारियल पानी, पुदीने का शरबत, नींबू पानी और करी पत्ते से बना ड्रिंक भी। ये सभी ड्रिंक्स यूरिक एसिड के मरीजों के लिए लाभकारी होते हैं।
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दोपहर के खाने में इन चीजों का करें सेवन
दालों का सेवन शरीर के लिए हमेशा फायदेमंद होता है। लेकिन अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं तो दालों का सेवन थोड़ा कम करें। ऐसा इसलिए क्योंकि यूरिक एसिड के मरीजों को उच्च प्रोटीन आहार ना लेने की सलाह दी जाती है। दालों में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होता है जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। दालों के अलावा पनीर दूध और सीफूड से भी बचना चाहिए क्योंकि इसमें भी प्रोटीन होता है। आप अपनी डाइट में रोटी को ज्यादा तवज्जो दें। इसके साथ ही बथुआ और मेथी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां खा सकते हैं।