‘गोषु प्रियम् अमृतं रक्षमाणा’ ऋगवेद में लिखे गए इस मंत्र का अर्थ है गाय का दूध अमृत है जो रोगों से रक्षा करता है। इसलिए भगवान का अभिषेक भी दूध से किया जाता है। लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके लिए यही अमृत विष बन जाता है। देश की 60% आबादी ऐसी है, जिन्हें दूध हज़म नहीं होता कुछ इसे ज़्यादा मात्रा में पचा नहीं पाते, तो कुछ थोड़ा सा ही पीने के बाद डॉक्टर के चक्कर लगाने पर मजबूर हो जाते हैं और इसकी वजह है दूध में मौजूद शुगर यानि लैक्टोज़। इस लैक्टोज़ को पचाने के लिए शरीर में खास तरह के एंजाइम्स होते हैं जिन्हें लैक्टेज़ कहते हैं। बच्चों की बॉडी में ये काफी ज़्यादा तादाद में होते हैं इसलिए बच्चे आसानी से दूध पचा लेते हैं। लेकिन जैसे जैसे उम्र बढ़ती है। इन एंग्ज़ाइम्स की मात्रा घटने लगती है और फिर दूध पीने पर डायरिया, इनडायजेशन, गैस, पेट में मरोड़ जैसी दिक्कतें होने लगती हैं।
अब तक कब्ज़ होने पर ज़्यादातर लोग रात में गर्म दूध पीने की सलाह देते आए हैं लेकिन सलाह मानने से पहले ये ज़रूर ध्यान रखिए कि आपका शरीर दूध पचा पा रहा है या नहीं। क्योंकि अगर वक्त रहते अपच की परेशानी से छुटकारा ना मिले तो आगे चलकर अल्सर, IBS, कोलाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी भी हो सकती है। पहले ही देश में 100 में से 99 लोग गैस-एसिडिटी और इनडायजेशन की परेशानी झेल रहे हैं। उपर से लिवर पर हुई एक ताज़ा स्टडी ने लोगों में इनडायजेशन का खतरा और बढ़ा दिया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक कोविड का शिकार हो चुके लोगों में 46% लोगों के लिवर में abnormalities है और लिवर कमज़ोर मतलब मेटाबॉलिज़्म फंक्शन डिस्टर्ब। क्योंकि लिवर के कई कामों में से एक काम खाना पचाने में मदद करना भी है। यानि घूम फिरकर असर पेट पर ही पड़ रहा है, तो फिर एक काम करते हैं। आज स्वामी रामदेव से पाचन तंत्र को दुरुस्त कराते हैं क्योंकि वो कहते है ना पेट सफा तो हर रोग दफा।
पाचन की परेशानी
- एसिडिटी
- गैस
- कब्ज
- लूज मोशन
- कोलाइटिस
- अल्सर
- ब्लोटिंग
पेट सेट - हेल्थ परफेक्ट
- सुबह उठकर गुनगुना पानी पीएं
- 1-2 लीटर पानी एक बार में पीएं
- पानी में सेंधा नमक और नींबू मिलाएं
- पानी पीने के बाद 5 मिनट स्ट्रेचिंग करें
कब्ज होगा दूर - फल खाएं
- पपीता
- सेब
- अनार
- नाशपाती
पेट होगा सेट - पीएं पंचामृत
- गाजर
- चुकंदर
- आंवला
- पालक
- टमाटर
- सबका जूस मिलाकर पीएं
आंत होगी मजबूत - आज़माएं गुलकंद
- गुलाब के पत्ते
- सौंफ
- इलायची
- शहद
- सब को मिलाकर पेस्ट बनाएं
- रोज़ 1 चम्मच खाएं
कब्ज़ की छुट्टी
- सौंफ और मिश्री चबाएं
- जीरा,धनिया,सौंफ का पानी लें
- खाने के बाद भुना अदरक खाएं
एसिडिटी होगी दूर
- लौकी-तुलसी का जूस पीएं
- बेल का जूस फायदेमंद
गैस होगी दूर
- अंकुरित मेथी खाएं
- मेथी का पानी पीएं
- अनार खाएं
- त्रिफला चूर्ण लें
- खाना अच्छे से चबाएं
सुधरेगा पाचन - पीएं पंचामृत
- जीरा
- धनिया
- सौंफ
- मेथी
- अजवाइन
- एक-एक चम्मच लें
- मिट्टी या कांच के ग्लास में डालें
- रात भर पानी में भिगोएं
- सुबह खाली पेट पीएं
- लगातार 11 दिन पीएं
हाज़मा होगा दुरुस्त - खाएं ड्राई फ्रूट्स
- अंजीर
- खूबकला
- मुनक्का
- अखरोट