महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसॉर्डर यानी पीसीओडी की आम समस्या हो गई है। इस बीमारी काराण ज्यादातर पीरियड्स के अनियमित होने की वजह मानी जाती है। स्वामी रामदेव के अनुसार पीसीओडी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए रोजाना योगासन, प्राणायाम, आयुर्वेदिक उपायों के साथ इन फूड्स का सेवन करे।
क्या है पीसीओडी?
पॉलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम या पीसीओडी एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण ओवरी में मल्टीपल सिस्ट हो जाते हैं। ये सीस्ट खास किस्म के लिक्विड की थैलियां होती हैं। सिस्ट होने का असली कारण पीरियड्स की अनियमतता माना जाता है। जिसके कारण ओवरी का साइज बढ़ जाता है जो आगे चलकर एंड्रोजेन और एस्ट्रोजेनिक नामक हार्मोन अधिक मात्रा में प्रोड्यूस होते हैं। पॉलिसिस्टिक ओवरी नार्मल ओवरी की तुलना में आकार में काफी बड़े होते हैं।
दालचीनी
दालचीनी स्वाद में थोड़ी मीठी और तीखी होती है। इसमें भरपूर मात्रा में थाइमीन, फॉस्फोरस, प्रोटीन, सोडियम, विटामिन, कैल्शियम, मैंग्नीज, पोटेशियम, निआसीन, कार्बोहाइडे्ट आदि पाए जाते हैं। इसके अलावा यह एंटी-ऑक्सीडेंट का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इसका सेवन करने से हार्ट, इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ अर्थराइट, हाई बीपी, ब्लड शुगर कंट्रोल करने के साथ पीसीओडी की समस्या से भी निजात दिलाने में मदद करती है।
पुदीना
पुदीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मेंथॉल, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-ए, कॉपर और आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो पीसीओडी की समस्या से निजात दिलाने में कारगर है। इसे आप सूप, जूस या किसी रेसिपी में डालकर सेवन कर सकते हैं।
मेथी
आयुर्वेदिक औषधियों से भरपूर मेथी सेहत के लिए काफी अच्छी मानी जाती है। इसमें तांबा, पोटेशियम, कैल्शियम, लोहा, सेलेनियम, जस्ता, मैंगनीज, मैग्नीशियम, थमियान, विटामिन बी 6, फोलिक एसिड, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन ए और विटामिन सी आदि कई तरह के पोषक तत्व मौजूद हैं। इसे आप अंकुरित, सब्जी या पिर इसका पानी पी सकते हैं।
मुलेठी
औषधीय गुणों से भरपूर मुलेठी में विटामिन बी, ई के साथ-साथ फास्फोरस, कैल्शियम, कोलीन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सिलिकॉन, प्रोटीन, ग्लिसराइजिक एसिड के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बायोटिक गुण पाए जाते हैं। इसका आप पाउडर का सेवन कर सकती हैं। इससे पीसीओडी की समस्या से निजात मिलेगा।
तुलसी
तुलसी की पत्तियों में विटामिन ए, विटामिन डी, आयरन, फाइबर होता है जो इम्युनिटी को बूस्ट करता है। इसके साथ ही पाचन की प्रक्रिया को भी मजबूत करता है। तुलसी एसिड रिफ्लक्स को संतुलित करता है और पेट में पीएच को संतुलित रखता है। इसके साथ ही यह ओवरी से सिस्ट निकालने में मदद कर पीसीओडी की समस्या से निजात दिलाती है।
चुकंदर
चुकंदर में भरपूर मात्रा में आयरन, सोडियम, पोटेशियम, फास्फोरस, विटामिन्स के साथ कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं तो जो शरीर को एनर्जी प्रदान करती है। इसके साथ ही यह पीसीओडी से शिकार महिलाओं के लिए फायदेमंद है।
अदरक
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-बैक्टीरियल आदि गुण होते हैं। जो सर्दी-जुकाम के साथ-साथ इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इसमें मौजूद जिंजरोल, फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, एंटी ऑक्सीडेंट जैसे तत्व स्वास्थ्य को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं।