शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से वे क्रिस्टल के रूप में जोड़ो में जमने लगते हैं जिससे धीरे धीर लोगों को जॉइंट्स में असहनीय दर्द होने लगता है।यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में सूजन, जोड़ों में असहनीय दर्द, किडनी की बीमारी और मोटापा जैसी कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आप दवाओं के अलावा इन कुछ घरेलू नुस्खों को भी आज़मा सकते हैं। बाबा रामदेव बता रहे हैं यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए किन नुस्खों का करें इस्तेमाल?
यूरिक एसिड कम करने में ये नुस्खे हैं फायदेमंद:
-
नींबू पानी: नींबू में विटामिन-सी काफी मात्रा में पाया जाता है। कई वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चलता है कि नींबू का रस गाउट से पीड़ित लोगों में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। सुबह उठकर गुनगुने पानी के एक गिलास में नींबू निचोड़कर इसका सेवन करें।
-
खूब पानी पिएं: शरीर को हाइड्रेट रखकर आप यूरिक एसिड के स्तर को कम कर सकते हैं। यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना ज़रूरी है। हाइड्रेटेड रहने से, व्यक्ति यूरिक एसिड को पतला करने, किडनी के कार्य को बेहतर बनाने, शरीर के वजन को नियंत्रित करने और संभावित रूप से किडनी में पथरी बनने से रोकने में मदद कर सकते हैं। इसलिए थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहना चाहिए।
-
सेब का सिरका: सेब ही नहीं बल्कि सेब का सिरका भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब साइडर सिरका मिलाएं और इसे दिन में दो बार पिएं। सेब साइडर सिरका शरीर को क्षारीय बनाने और यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
-
अजवायन का सेवन: अजवायन का सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर धीरे-धीरे कम होने लगता है। अजवाइन में मौजूद विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट समेत कई गुण शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में मदद करते हैं।
-
बथुआ के पत्ते: बथुआ के पत्तों का जूस निकालकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इस जूस को पीने के बाद दो घंटे तक कुछ भी न खाएँ। एक सप्ताह तक इस जूस का सेवन करने से यूरिक एसिड का सामान्य हो जाता है।
-
आंवला के फायदे: यूरिक एसिड में आंवला रामबाण की तरह काम करता है। आंवले का रस एलोवेरा जूस में मिलाकर पिएं।