Highlights
- कच्चा और पक्का पपीता दोनों ही सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
- 100 ग्राम पपीते में 19 फीसदी विटामिन ए, 2 फीसदी केल्शियन, पांच फीसदी मैग्नीशियम होता है।
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है। भारत में 16 राज्यों में ओमिक्रॉन के केस सामने आए। ऐसे में हमारे लिए जरूरी हो जाता है कि कोरोना से बचाव के लिए अपनी बॉडी की इम्यूनिटी को बनाए रखा जाए। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हमें अपने आहार में माइक्रो न्यूट्रिएंट्स की मात्रा को बढ़ाना होगा। हमें ये सुनिस्चित करना होगा कि हम जिन चीजों का सेवन कर रहे हैं उनके रोगों से लड़ने की क्षमता हो। ऐसे में पपीता हमारे शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में काफी कारगर साबित होता है।
कच्चा और पक्का पपीता दोनों ही सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है। पपीते में काफी ज्यादा पोषक तत्व होते हैं इसलिए इसे इसे फलों में एंजल का नाम दिया जाता है। आप अगर इसके पोषक तत्वों की बात करें तो 100 ग्राम पपीते में 19 फीसदी विटामिन ए, 2 फीसदी केल्शियन, पांच फीसदी मैग्नीशियम होता है। सौ ग्राम पपीते में 43 फीसदी कैलोरी मिलती है।
पपीते के जूस में विटामिन ए व विटामिन सी की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। ये दोनों ही विटामिन्स प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाते हैं। इस कारण व्यक्ति का वायरल, बैक्टीरियल व फंगल संक्रमण से बचाव होता है।
आइए जानते हैं पपीते के कौन-कौन से फायदे हैं -
- अगर बुखार, जुकाम या ठण्ड के लक्षण दिख रहे हों तो पपीते के जूस का सेवन करना चाहिए।
- पपीते के रस में फ़ाइबर की पर्याप्त मात्रा होने के कारण पपीते का जूस कब्ज़ की समस्या छुटकारा दिलाता है।
- पपीते के रस का सेवन करने से कैंसर जैसे रोग की संभावना को कम किया जा सकता है। का सेवन करने से कैंसर जैसे रोग से बचा जा सकता है। पपीते का जूस प्रोस्टेट और पेट के कैंसर से बचाव करने में सहायक है। पपीते का रस पेट में मौजूद कोशिकाओं अलग नहीं होने देता और इससे कैंसर में बचाव होता है।
- पपीते में मौजूद पेपेन नामक तत्व चेहरे की मृत कोशिकाओं और खत्म करता है। पपीते के रस के सेवन से चेहरे पर एक्ने पिंपल और झांइयों में लाभ होता है।
- पपीते के रस के सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और इसके फलस्वरूप ह्रदय संबंधी बीमारियां होने की संभावना कम होती है।
- पपीते के रस के सेवन से मासिक धर्म में पेट की ऐंठन और दर्द की समस्या दूर होती है। लेकिन जो महिलाएं प्रेगनेंट हैं उनको पपीते के रस का सेवन नहीं करना चाहिए।
- पपीते का जूस आंतों की समस्याओं में भी लाभकारी है। इसके रस से पेट में अल्सर की समस्या दूर होती है। पपीते का रस आंत में पाए जाने वाले कीड़ों को भी बाहर निकाल फेंकता है।
पपीते का जूस बनाने का तरीका -
सामग्री -
एक पका पपीताएक नींबू
एक चम्मच शहद
कैसे बनाएं -
सबसे पहले पपीते को छिलका उताकर काट लीजिए। उसके टुकड़े करके मिक्सी में डाले और फिर इसमें नींबी का रस मिला लीजिए। अच्छी तरह मिक्स करके गिलास में निकाल लीजिए। अब इसमें एक चम्मच शहद मिला लीजिए औऱ ठंडा करके पीजिए। आप चाहें तो पपीते की पत्तियों का रस भी बनाकर पी सकते हैं। पपीते की पत्तियां भी सेहत के लिए काफी अच्छी होती हैं।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।