Tips to Relieve Stress: अमेरिका से अफ्रीका और एशिया से यूरोप तक, पिछले 10-15 साल में दुनिया तेजी से बदली है और ये बदलाव सिर्फ टेक्नोलॉजी में ही नहीं बल्कि लोगों के बिहेवियर में भी आएं है, उनमें गुस्से और स्ट्रेस का लेवल कई गुना बढ़ गया है। वर्कप्रेशर की वजह से थोड़ा बहुत गुस्सा और तनाव तो ठीक है। लेकिन जब हर छोटी-छोटी बात पर चिड़चिड़ापन हो, स्ट्रेस बढ़े तो सावधान हो जाएं। क्योंकि जरूरत से ज्यादा एंगर और चिंता आपके रिश्ते तो खराब करते ही हैं साथ ही सेहत के लिहाज से भी खतरनाक होते हैं।
ज्यादा स्ट्रेस हो सकता है सेहत के लिए हानिकारक
बता दें कि स्ट्रेस आपके दिल, दिमाग, पेट, नींद हर चीज पर असर डालता हैं। यहां तक की हार्ट अटैक और ब्रेन हैमरेज तक हो सकता है। गुस्सा शरीर के हर हिस्से पर असर डालता है। इससे नसें सिकुड़ने लगती है जिससे बीपी हाई होता है और दिल का दौरा तक पड़ सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के अनुसार, गुस्से में डिसीजन पावर वीक होने से आप सही फैसले नहीं ले पाते, याद्दाश्त भी कमजोर हो जाती है। इतना ही नहीं एंगर से न्यूरो हार्मोनल सिस्टम पर भी प्रेशर पड़ता है जो लंबे वक्त तक बना रहे तो जानलेवा भी हो सकता है।
महिलाएं सबसे ज्यादा गुस्सैल
खासतौर पर हमारे देश की महिलाएं तो इन साइडइफेक्ट्स पर ध्यान दें क्योंकि एक स्टडी कहती है कि भारत की महिलाएं दुनिया की बाकी महिलाओं से दोगुनी गुस्सैल हैं। पुरुष हो या महिला उनका गुस्सा काफी हद तक उस तनाव से पैदा होता है जो लोगों की ज़िंदगी का एक नॉर्मल हिस्सा बन गया है। दूसरों से आगे निकलने की चाहत, कम वक्त में सबकुछ हासिल कर लेने की ख्वाहिश, उनकी लाइफ में स्ट्रेस बढ़ा रही है।
देश में 89% लोग तनाव का शिकार
रिपोर्ट्स की मानें तो देश की करीब 89% आबादी तनाव की शिकार है और यही स्ट्रेस-टेंशन उनके चेहरे से मुस्कुराहट छीन रहा है। स्माइल के साथ-साथ उनकी लाइफ भी घट रही है क्योंकि पहले 100 साल तक जीना आम माना जाता था। लेकिन अब दुनिया के कई देशों में औसत उम्र 60 से भी कम रह गई है। जबकि एक स्टडी के मुताबिक, अगर इंसान ज़िंदगी में सभी तरह के तनाव से मुक्ति पा लें तो वो 150 साल तक जी सकता
गुस्सा खतरनाक
- खतरे में जान
- नसें सिकुड़ने लगती हैं
- बीपी हाई हो जाता है
- हार्ट अटैक आ सकता है
- कंसंट्रेट नहीं कर पाते
- डिसीज़न पावर वीक हो जाती है
- न्यूरो हार्मोनल सिस्टम पर प्रेशर
स्ट्रेस बना दुश्मन
- भारत के 89% लोग स्ट्रेस में जीते हैं
- दुनिया में 86% लोगों को तनाव
गुस्से से होने वाली बीमारी
- हार्ट प्रॉब्लम
- हाई बीपी
- शुगर
- लंग्स प्रॉब्लम
- माइग्रेन
- एंग्जाइटी
- डिप्रेशन
गुस्सा कंट्रोल में असरदार ये सुपर फूड
- अलसी
- ब्लूबेरी
- पालक
- ओट्स
- बादाम
- अखरोट
- काजू
खुश कैसे रहें?
- दूसरों की मदद करें
- हर घंटे 10 सेकंड स्ट्रेचिंग करें
- मीठा खाने से बढ़ती है खुशी
एग्रेशन को कैसे करें कंट्रोल
- थोड़ी देर टहलें
- रोज योग करें
- मेडिटेशन करें
- गहरी सांस लें
- संगीत सुनें
- अच्छी नींद लें
नेचुरल उपाय आजमाएं
- किडनी - गोखरू का काढ़ा
- आंखों - आंवला-एलोवेरा जूस
- लिवर - सर्वकल्प क्वाथ काढ़ा
- हार्ट - अर्जुन छाल, दालचीनी काढ़ा
रोज पीएं ये जूस ब्रेन रहेगा एक्टिव
- एलोवेरा
- गिलोय
- अश्वगंधा
दूर होगा डिप्रेशन
- 8 घंटे की नींद लें
- पार्क में टहलें
- सिर की मसाज करें
- योग करें
- मेडिटेशन फायदेमंद
डिप्रेशन में फायदेमंद
- अखरोट
- ग्रीन टी
- हल्दी वाला दूध
- दही
- चने
- अलसी
डिप्रेशन में परहेज करें ये चीजें
- मीठा
- मैदे से बनी चीज़ें
- शराब
- एनर्जी ड्रिंक्स
- चाय-कॉफी
- स्मोकिंग
टेंशन भगाएगा ये नुस्खा
- दूध में हल्दी मिलाकर पीएं
- दूध के साथ शिलाजीत फायदेमंद
बीपी रहेगा नॉर्मल, इन चीजों का करें सेवन
- खजूर
- दालचीनी
- किशमिश
- गाजर
- अदरक
- टमाटर
डिप्रेशन में योग:
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- उत्तानपादासन
- शलभासन
- योग निद्रा
- हलासन
- योग मुद्रासन
- पादहस्तासन
- यौगिक जॉगिंग
- सूर्य नमस्कार
सर्वांगासन के फायदे:
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है।
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं हैं।
पादहस्तासन के फायदे:
- डिप्रेशन दूर होता है।
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाता है।
- सांस संबंधी दिक्कत दूर होती है।
- पाचन संबंधी समस्या दूर होती है।
- सिर में रक्त संचार बढ़ता है।
मंडूकासन के फायदे:
- डायबिटीज को दूर भगाता है।
- पेट और दिल के लिए लाभकारी है।
- कंसंट्रेशन की क्षमता बढ़ती है।
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक है।
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
गोमुखासन के फायदे:
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
- पीठ और बांहों को मजबूत बनाता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- शरीर को लचकदार बनाता है।
- सीने को चौड़ा करने में सहायक है।
- शरीर के पॉश्चर को सुधारता है।
चक्रासन के फायदे:
- कमर, रीढ़ की मसल्स को मजबूत बनाता है।
- त्वचा में चमक आती है।
- सीने को चौड़ा करता है।
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- पेट की चर्बी कम करता है।
उत्तानपादासन के फायदे:
- पैरों की मसल्स मजबूत होती हैं।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
डिप्रेशन में प्राणायाम:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
डिप्रेशन के लिए आयुर्वेदिक उपाय:
- चंद्रप्रभावटी, त्रियोदशांक, गुग्गुल लें।
- अश्वशिला, पीड़ांतक लें।