ज्यादातर लड़कियों की आदत होती है जब भी वो जींस खरीदती हैं तो वो यही चाहती हैं कि जो भी वो जींस लें उसकी फिटिंग जबरदस्त हो। ना केवल जींस बल्कि कुर्ती के साथ भी लेगिंग्स लेते वक्त भी वो उसकी फिटिंग को लेकर ज्यादा कॉन्शियस रहती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि जींस या फिर लेगिंग्स की फिटनेस की वजह से ही वो ज्यादा स्मार्ट लगेंगी।
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अगर आप भी जींस या फिर लेगिंग्स का चुनाव करते वक्त इस एक चीज पर ज्यादा फोकस करती हैं तो सावधान हो जाइए। क्योंकि जींस की जबरदस्त फिटिंग आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। जानें फिटिंग वाली जींस पहनने से सेहत को कौन कौन से नुकसान हो सकते हैं।
त्वचा में जलन और खुजली
जब भी किसी काम से बाहर जाते हैं तो आने का समय निश्चित नहीं होता। कई बार फिटिंग की जींस को 2 से 3 घंटे वहीं अगर ऑफिस पहनकर गए तो कम से कम 9 घंटे तो जींस का इस तरह से पहनकर बैठना तय है। जींस का कपड़ा मोटा है इसलिए वो हवा को त्वचा तक पहुंचने नहीं देती। यानी कि जब भी आपको पसीना आएगा तो जलन और खुलजी होना स्वाभाविक है। गर्मियों के मौसम में तो ये समस्या होना बहुत ही कॉमन है।
मांसपेशियां होती हैं कमजोर
फिटिंग वाली जींस लगातार पहनने से पेट और कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। जींस का कसाव इतना ज्यादा होता है कि वो हड्डियों और जोड़ों के हिलने में भी दिक्कत करने लगती है। इस कारण पीठ और कमर के अलावा पैरों में भी दर्द शुरू हो जाता है।
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एसिडिटी
टाइट जींस पहनने से जहां एक ओर कमर के नीचे वाले हिस्से पर दवाब पड़ता है तो वहीं पेट पर भी दवाब पड़ता है। टाइट जींस पहनने से एसिड भोजन नली में रिसने लगता है। ऐसे में अगर आप जींस पहनकर लगातार एक ही जगह बैठ जाएं तो छाती और गले दोनों में जलन महसूस होती है। इससे पाचन तंत्र कमजोर होता है और एसिडिटी की परेशानी शुरू हो जाती है।
कैंडिडा यीस्ट इन्फेक्शन
टाइट जींस पहने की वजह से वजाइना के आसपास सूजन और खुलजी की समस्या होने की संभावना होती है। कई बार तो यूरिन पास होते वक्त दर्द भी होता है। ये समस्या टाइट जींस की वजह से होती है।