आज के समय में कम उम्र में ही लोग थायरॉइड बीमारी का शिकार हो रहे हैं। पहले ये बीमारी 50 साल की उम्र के बाद होती थी, लेकिन अब 30 से 35 साल की उम्र में भी इस बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में थायरॉइड होने की आशंका 10 गुना ज्यादा होती है। खासकर, बढ़ती उम्र, प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज के ठीक बाद इसका रिस्क बढ़ जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस ग्लैंड का मुख्य काम मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करना है। इससे ही शरीर को ऊर्जा मिलती है। थायरॉइड बढ़ने पर वजन बढ़ने लगता है हॉर्मोन असंतुलित हो जाते हैं। ऐसे में इसे कंट्रोल करने के लिए जीवनशैली बेहतर करना होगा। खासकर, डाइट का ख्याल रखना होगा। चलिए जानते हैं किन फूड्स के सेवन से आप थायरॉइड को कंट्रोल में कर सकते हैं।
इन फूड्स के सेवन से थायरॉइड होगा कंट्रोल:
इन अनाज की रोटियों को डाइट में करें शामिल: गेहूं में ग्लूटेन होता है ऐसे में इसे पचाना और पोषण को अवशोषित करना मुश्किल होता है। ऐसे में आप गेंहू की जगह अपनी डाइट में राजगिरा, सिंघाड़ा और ज्वार के अनाज की रोटियों को डाइट में शामिल करें। इनमें सेलेनियम, आयरन, प्रोटीन, फोलेट, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, फॉस्फोरस और बी विटामिन होते हैं जो थायराइड फंक्शन के लिए बहुत अच्छे हैं
नाश्ते में मखाना-नारियल करें शामिल:: नाश्ते में आप चिप्स और बिस्किट जैसे प्रोसेस्ड फूड्स को खाना बंद कर दें और उनकी जगह आप मखाना, नारियल पानी जैसे स्वस्थ प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें। आप रात का खाना जल्दी से जल्दी खाएं। रात का खाना जल्दी खाने से उसे पचने के लिए समय मिल जाता है जिससे हॉर्मोन धीर-धीरे संतुलित होने लगते हैं।
नेचुरल स्वीटनर का करें इस्तेमाल: केक और चॉकलेट की बजाय आप नेचुरल स्वीटनर जैसे खजूर, कच्चा कोको, मीठे फल, गुड़ को अपनी डाइट लिस्ट में शामिल करें। इसने वजन कम करने में भी मदद मिलेगी।
पचने वाले प्रोटीन: प्रोटीन ऊर्जा, मसल्स गेन और यहाँ तक कि वजन घटाने में भी असरदार है। लेकिन यह भी सच है कि स्लो मेटाबॉलिज्म के कारण थायरॉइड की समस्या वाले लोगों के लिए प्रोटीन पचाना सबसे मुश्किल होता है। इसलिए प्रोटीन के ऐसे स्रोत चुनना सबसे अच्छा है जो प्राकृतिक और पचाने में आसान हों और थायरॉइड के लिए अच्छे हों जैसे मूंग, चना, सत्तू, नट्स और बीज जैसे कद्दू-सूरजमुखी के बीज, ब्राजील नट्स, बादाम, आदि।