इन दिनों बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खान-पान के कारण इंसान का शरीर बीमारियों का घर बनते जा रहा है। प्रदूषण और खराब वातावरण के कारण लोग फेफड़ों की समस्या से परेशान रहते है। हवा में फैले प्रदुषण का सबसे ज़्यादा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ा है जिस कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है। दरअसल, आजकल ज़्यादातर लोग फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों से परेशान है। सर्दी या किसी संक्रमण की चपेट में आने से फेफड़ों में बलगम जमा होने लगता है। इस वजह से लोगों को अक्सर लोगों को लगातार खांसी आती है। लगातार खांसी आने से सांस लेना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ज़रूरी है की बलगम को ठीक रकने एक लिए ये देसी उपाय आज़माएं।
ये देसी उपाय हैं कारगर
- कच्ची हल्दी: एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर कच्ची हल्दी खांसी को कम करने में बेहद कारगर है। इसमें मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व बलगम को कंट्रोल करते हैं। इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण खांसी को तुरंत कम करते हैं इसलिए हल्दी के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर गरारा करें।
- भाप लें: एक बड़े कटोरे में पानी गर्म करें। गर्म पानी में भाप लेने के लिए झुककर बैठ जाएं और एक मोटे कपड़े या तौलिये से अपने आप को ढकें। जब तक आराम नहीं मिल जाता, तब भाप लें।
- नमक के पानी से गरारा: छाती और नाक में जमा कफ से छुटकारा पाने के लिए यह इलाज सबसे बेहतर माना जाता है। सीने में जमा बलगम को बाहर निकालने के लिए नमक के पानी से गरारे करें। गुनगुने पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर दिन में दो से तीन बार गरारे करें। गरारे करने से गले की खराश, खांसी और बुखार के लक्षणों को भी दूर करने में मदद मिल सकती है।
- अदरक का लड्डू खाएं: खांसी से राहत के लिए अदरक का लड्डू अधिक प्रभावी हो सकता है। फेफड़ों में जमा बलगम और खांसी से राहत पाने के लिए आप अदरक का लड्डू खाएं।
- स्मोकिंग बंद करें: स्मोकिंग फेफड़ों को कमजोर करता है, जिस वजह से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। स्मोकिंग हृदय रोगों, सांस की बीमारियों, कैंसर और शुगर की बीमारी के लिए भी बेहद नुकसानदायक होता है। यह फेफड़ों के कैंसर की संभावना को बढ़ाता है।