यूरिक एसिड से इन दिनों लोग बहुत ज़्यादा पीड़ित हैं। यह लाइफस्टाइल और खानपान में आए बदलावों की वजह से होने वाली बीमारी है। यूरिक एसिड बढ़ने से इसके मरीजों को सेहत संबंधी कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं। जैसे- जोड़ों में दर्द होना, उंगलियों में सूजन आना इसके अलावा पैरों और हाथों की उंगलियों में चुभन वाला दर्द होना। ऐसे में दवाइयों के साथ-साथ कुछ घरेलू नुस्खों को आजमाना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। बहुत ही कम लोग इस बात को जानते होंगे कि अलसी का बीज यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में कारगर है। जानें अलसी का बीज किस तरह से यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है, इसका सेवन किस समय और कितना करना चाहिए ये भी बताएंगे।
अलसी का बीज यूरिक एसिड को करेगा कंट्रोल
अलसी के बीज में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं। यही पोषक तत्व शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का काम करते हैं। अलसी का सेवन आप दिन में एक बार और आप दोपहर के भोजन के बाद ही करें। दोपहर में खाना खाने के आधे घंटे बाद एक चम्मच चबा चबाकर खाएं। ऐसा करने से जल्द ही यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाएगा।
इन समस्याओं में भी कारगर है अलसी
- ब्लड शुगर: अलसी में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है जो खाने को जल्दी डाइजेस्ट होने से रोकता है। इसके साथ ही शुगर के पेशेंट को होने वाली थकान को भी दूर करने में मदद करता है। डायबिटीज पेशेंट अलसी का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
- वजन कम करे: अलसी के बीज वजन को घटाने में कारगर हैं। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है। अगर आप इन्हें खाएंगे तो ये आपकी भूख को कंट्रोल करने में मदद करेगा। बहुत की कम लोग इस बात को जानते होंगे कि अलसी में मौजूद फाइबर पाचन की प्रक्रिया को धीमा कर देती है। इससे हार्मोन नियंत्रित रहता है जो आपकी भूख को शांत करने का काम करता है। लिहाजा आपका पेट भरा-भरा लगता है और वजन अपने आप घटने लगता है।
- दिल के लिए फायदेमंद: अलसी में भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। ये धमनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल को कम करता है जिससे दिल हेल्दी रहता है।