शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से लॉगिन के जॉइंट्स में असहनीय दर्द शुरू हो जाता है। यूरिक एसिड सभी के बॉडी में पाई जाती है। जब किडनी यूरिक एसिड को बाहर नहीं निकाल पाती तो यूरिक एसिड जोड़ों और घुटनों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। खाने में ज़्यादा प्यूरिन होने और ड्रिंक्स का ज़्यादा सेवन करने से खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता हैं और इस वजह से इंसान के जोड़ो में तकलीफ होने लगती है। ये तकलीफ वक्त के साथ इतनी ज़्यादा बढ़ जाती है कि इंसान ढंग से उठ बैठ भी नहीं पाता है। ऐसे में यूरिक एसिड को कम करने के लिए आप किचन में मौजूद तेजपत्ता का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में बेहद असरदार है। तेजपत्ते का रोज़नन सेवन कर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं तेजपत्ते से यूरिक एसिड कैसे कम किया जाये।
तेजपत्ता की चाय
जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो तेज पत्ते की चाय का सेवन करें। इस चाय को बनाने के लिए आप 10-20 तेजपत्ता लें और उसे अच्छी तरह से वॉश कर लें। एक पेन में तीन गिलास पानी लें और वॉश किए हुए तेज पत्ता को उसमें डालें। पेन को गैस पर रखें और तब तक पकाएं जब तक पानी एक गिलास नहीं रह जाए। इस पानी को गुनगुना करें और दिन में दो बार सेवन करें। तेजपत्ता की चाय का सेवन करने से आपका यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा।
इन बीमारियों में भी कारगर है तेजपत्ता
तेजपत्ता ना सिर्फ खाने में खुशबू बढ़ाता है बल्कि ये औषधीय गुण से भरपूर है। इसके सेवन से रहता है। सांस से जुड़ी समस्याओं जैसे खांसी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा व इन्फ्लूएंजा से राहत मिलती है। साथ ही इसके सेवन से किडनी की हेल्थ बेहतरीन रहती है।
- ब्लड शुगर करे कंट्रोल: तेज पत्ते का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म में सुधार करता है। इसके साथ ही ग्लूकोज के लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। ब्लड शुगर के रोगियों में इंसुलिन की घटती-बढ़ती मात्रा को भी रेग्युलेट करने का काम करता है।
- इम्यूनिटी करे मजबूत: तेजपत्ता में विटामिन ए, विटामिन बी 6 और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाई जाती है।ये सभी विटामिन्स इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। ऐसे में नियमित रूप से तेजपत्ता का सेवन करके आप शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं।
- पेट के लिए फायदेमंद: पेट से जुड़ी बीमारियों के लिए तेजपत्ता बेहद फायदेमंद है। तेज पत्ते से बनी चाय पेट के कीड़ों का भी काम तमाम करती है।