क्या आप जानते हैं आपके दिमाग में भी कीड़ा हो सकता है। जी हां ये कोई सुनी सुनाई या बात नहीं है बल्कि सच है। यह एक तरह की बीमारी है जो किसी को भी हो सकती है। इस स्थिति को न्यूरोसिस्टिसकोर्सोसिस कहा जाता है। इस कंडीशन में नर्वस सिस्टम सही तरीके से काम नहीं करता है। जिसके पीछे वजह आपके दिमाग में मौजूद कीड़े होते हैं। चलिए आपको बताते हैं इसके लक्षण क्या है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं?
दिमाग में कीड़ा होने के लक्षण
- सिरदर्द
- मिर्गी का दौरा पड़ना
- कम दिखाई देना
- बोलने में परेशानी
- कमजोर महसूस होना
कब पड़ता है दिमाग में कीड़ा?
न्यूरोसिस्टिसकोर्सोसिस नर्वस सिस्टम में संक्रमण से जुड़ी एक गंभीर स्थिति है, इस कंडीशन तब होती है जब शरीर में टीनिया सोलियम नाम के परजीवी या उनके अंडे के प्रवेश करते हैं। इनकी वजह से आपको दिमाग से जुड़ी किआ समस्याएं हो सकती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, ये कीड़े अक्सर पत्ता गोभी खाने से दिमाग में पैदा हो जाते हैं। पत्ता गोभी ही नहीं बल्कि हरी मटर, गाजर, पालक, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, फूल गोभी, मूली और अलग-अलग तरह की पत्तेदार सब्जियों के खाने से आपको दिमाग में कीड़े वाली समस्या हो सकती है।
शरीर में हो सकती हैं ये परेशानियां
इन कीड़ों के दिमाग में घुसने से आप दिमाग संक्रमित होता है जिस वजह से सिर दर्द की समस्या बढ़ जाती है साथ ही इस वजह से आपके आँखों की रौशनी कमजोर हो सकती है और आपको दौरे भी आ सकते हैं। ये कीड़े लीवर और मांसपेशियों पर भी बुरा प्रभवा डालते हैं।
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दिमाग के कीड़े से बचने के उपाय
अपने दिमाग को कीड़ों से बचने के लिए आप कच्ची सब्जी का सेवनकम से कम करें या बिल्कलु न करें। सब्जियों को खाने से पहले उन्हें अच्छी तरह धोकर खाएं। ऐसा करने से परजीवी और उनके अंडों को नष्ट करने में मदद मिलती है।