इन दिनों उत्तर भारत समेत दिल्ली में गर्मी का कहर बरपा है। बढ़ती गर्मी में शरीर बहुत जल्दी डिहाइड्रेटेड होता है। ऐसे में इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर बहुत ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है। हीट की चपेट में आने से बच्चे और बुजुर्ग कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। हमने आकाश हेल्थकेयर के एसोसिएट कंसल्टेंट, डॉ. अंकित टुटेजा से बातचीत कर यह जाना की हीट वेव से बकायन सी बीमारियां हो सकती हैं और इस भीषण गर्मी से उन्हें बचाने के लिए क्या करना चाहिए?
हीट वेव से हो सकती हैं ये बीमारियां:
डॉ. अंकित टुटेजा कहते हैं कि गर्मी के मौसम में हमारे शरीर में पसीना ज़्याद निकलता है जिस कारण बॉडी बहुत जल्दी डिहाइड्रेशन का शिकार होती है। शरीर में पानी की कमी होने से कई मिनरल और विटामिन की कमी भी हो जाती है। खासकर इस मौसम में तो बच्चों और बुजुर्गों का ख़ास ख्याल रखना चाहिए। शरीर में पानी की कमी से लंग्स डैमेज हो सकते हैं। गर्मी की वजह से दिल से जुड़ी बीमरियां और हार्ट स्ट्रोक भी आ सकता है और लोगों की मौत भी हो सकती है। गर्मी के मौसम में फेफड़ों पर भी बेहद बुरा प्रभाव पड़ता है। अगर हवा में प्रदूषण है तो भीषण गर्मी में अस्थमा की समस्या भी बढ़ जाती है।
हीट वेव से कैसे करें अपना बचाव?
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हीट वेव से बचाव के लिए आपकी बॉडी में पानी की मात्रा कम नहीं होनी चाहिए। इसलिए एक दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीने को कहें।
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खीरा,ककड़ी, तरबूज और खरबूज जैसा फाल उन्हें खिलाएं, ये पानी और फाइबर से भरपूर फल उनके शरीर में पानी की कमी नहीं होने देंगे।
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बच्चों को दोपहर के समय घर से बहार बिलकुल भी न निकलने दें। अगर बच्चे या बुजुर्ग दोपहर में बाहर से कहीं आ रहे हैं तो तुरंत नहाने से बचें।
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बाहर से आने के बाद उन्हें तुरंत फ्रिज का ठंडा पानी न दें। थोड़ी देर आराम करने दें जब बॉडी नार्मल टेम्प्रेचर में आ जाए तब ठंडा पानी दें।
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बुजुर्गों और बच्चों को हमेशा लाइटवेट, ढीले और कॉटन के कपड़े पहनन के लिए कहें।