इन दिनों लोगों की लगातार बदलती जीवनशैली की वजह से लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारियां बढ़ी हैं। जंक फ़ूड का ज़्यादा सेवन और फिटनेस को लेकर बढ़ती लापरवाही से लोगों का शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है, डायबिटीज, बीपी और दिल से जुड़ी समस्याएं इन्हीं बीमारियों में से एक हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि आप अपनी सेहत को लेकर सचेत हो जाएँ। आजकल की फ़ास्ट फॉरवर्ड लाइफ स्टाइल को आप बदल तो नहीं सकते लेकिन कुछ अच्छी आदतों को अगर आप अपना लें तो बीमारियां आपसे सौ कदम दूर रहेंगी। आप अपने आप को सेहतमंद रखने के लिए अच्छी डाइट के साथ रोज़ाना सिर्फ एक घंटे अपने लिए निकालें और एक्सरसाइज़ या फिर योगा करना शुरू करें। चलिए आज हम आपको बताते हैं किन योगसन को करने से आप हाई बीपी, शुगर और हार्ट की बीमारियों के अपने पास भी नहीं फटकने देंगे।
ये प्राणायाम है असरदार (This pranayama is effective for health)
- भस्त्रिका: भस्त्रिका प्राणायाम आपके फेफड़ों के साथ लीवर और किडनी को भी हेल्दी बनाती है। साथ ही इसे करने से डायबिटीज, मोटापा और सांसों से जुड़े रोग कंट्रोल होते हैं। मसल से जुड़ी बीमारी में भस्त्रिका प्राणायाम बेहद लाभकारी माना गया है।
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अनुलोम-विलोम: अनुलोम विलोम एक ऐसा प्राणायाम है जिसका अभ्यास करने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या दूर होती है। यह आसन का कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे हृदय रोग, हाई बीपी, गठिया और अवसाद से राहत दिलाता है। अगर सही तरीके से अनुलोम विलोम का अभ्यास किया जाए तो कोई बीमारी आपके आसपास नहीं फटकेगी।
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कपालभाति: कपालभाति प्राणायाम के अभ्यास से फेफड़ों, लीवर और पैनक्रियाज के साथ दिल से जुड़ी बीमारी भी दूर होती है। यह आसान न केवल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है बल्कि नसों के अवरोध को दूर करने में भी काफी मददगार है।
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उज्जायी प्राणायाम: उज्जायी प्राणायाम से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में बेहद आराम मिलता है। साथ ही यह आसन आपको पूरे दिन ऊर्ज से भरपूर रखता है।
हेल्दी रहने के लिए इन बातों का भी रखें ध्यान: (To stay healthy, keep these things in mind:)
अपने आप को हेल्दी रखने के लिए आ दूध, दही, छाछ, घी, सोयाबीन अपनी डाइट में करें शामिल, इससे शरीर को प्रोटीन मिलता है। साथ ही मल्टी ग्रेन आटे का सेवन करें। भूख लगने पर भुना चना, मुरमुरे खाएं। घर में जंक फूड ना रखें और खाने में कम तेल इस्तेमाल करें
कब करें ये आसन?
एक्सरसाइज़ या आसान सुबह के समय करना सबसे सही माना गया है। सुबह 6 से 8 के बीच में इन आसान का अभ्यास करने से आपकी सेहत को फायदा होता है। लेकिन अगर आपके पास समय नहीं है तो आप शाम के समय भी यह आसान कर सकते हैं।