
एकभुक्तं सदारोग्यं द्विभुक्तं बलवर्धनम्, इसका मतलब है पौष्टिक आहार और कम खाना बीमारियां दूर रखता है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि जब तक आप अपने किचन से ये 5 जहर दूर नहीं करेंगे, तब तक आपकी सेहत नहीं सुधरेगी। जी हां भले ही आपका किचन कितना भी मॉड्यूलर हो, आपको न्यूट्रिशन वेल्यू का भी पता हो, बेशक आप खाने की चीजें ब्रांडेड इस्तेमाल करते हों। लेकिन इस सब का कोई फायदा नहीं है। क्योंकि अगर आप अपने पूरे परिवार को हेल्दी रखना चाहते हैं तो बिना वक्त गवांए, तुरंत खाने की इन 5 चीजों को रसोई से आउट करना होगा।
सेहत के 5 सबसे बड़े दुश्मन
पहला नंबर है पाम ऑयल, रिफाइंड ऑयल। आसान भाषा में समझें कि इन तेल में सेचुरेटेड फैट होता है जो न तो शरीर में घुलता है और न ही आसानी से बाहर निकलता है। ये तेल नसों-आर्टरीज में जगह-जगह चिपक कर बीमारियां देता है।
चीनी- नमक है घातक
दूसरी घातक चीज है चीनी, इसे दूधिया-सफेद बनाने के प्रोसेस में इसमें मौजूद खराबियों तो दूर हो जाती हैं, लेकिन कई पोषक तत्व भी बाहर निकल जाते हैं। यानि सिर्फ सफेद क्रिस्टल रह जाता है जिसमें कोई न्यूट्रिशन वेल्यू नहीं होती। तीसरी चीज है नमक, जिसके बिना खाने का स्वाद बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। लेकिन नमक को भी चमकदार बनाने के लिए वैसे ही रिफाइनिंग प्रोसेस से गुजरना पड़ता है जैसे चीनी को। नतीजा इसमें पाये जाने वाले जरूरी मिनिरल्स नष्ट हो जाते हैं। ऊपर से इसमें आयोडिन भी मिलाया जाता है, जिसे कई हेल्थ एक्सपर्ट्स अनहेल्दी प्रोसेस मानते हैं।
मैदा है पेट की दुश्मन
अब चौथे नंबर पर आता है मैदा, जिसे इतना रिफाइन कर दिया जाता है कि इसमें से फाइबर पूरी तरह से बाहर निकल जाता है। जो पाचन बिगाड़ता है, मोटापे और डायबिटीज की बीमारी देता है। पेंक्रियाज का तो ये सबसे बड़ा दुश्मन है। पांचवें नंबर पर आते हैं सफेद चावल, कोई शक नहीं कि चावल में मिनिरल्स-विटामिन और आयरन भरपूर मात्रा में होती है। लेकिन सफेदी के चक्कर में इसमें मौजूद मिनिरल्स बाहर निकल जाते हैं। ये हेल्दी लाइफ स्टाइल का विलन बन जाता है।
कुल मिलाकर हम हिंदुस्तानियों को सफेद रंग वाले प्रेम को अपने खाने और किचन से दूर रखना होगा। ऐसा जरूरी नहीं है कि हर चमकदार चीज सेहत के लिए अच्छी ही हो। ये चीजें शरीर को धीरे-धीरे रोगी बना देती है। ऐसे में स्वामी रामदेव से जानिए कैसे निरोगी रहें और इन चीजों की जगह क्या खाएं?
सफेद जहर का अटैक
- डायबिटीज
- हाई बीपी
- ब्रेन पर असर
- किडनी पर असर
- मोटापा
कितनी खाएं चीनी, WHO की हिदायत
पूरे दिन में आपको 5 चम्मच से कम चीनी का सेवन करना चाहिए। लेकिन भारत में लोग इससे 3 गुना ज्यादा चीनी खा रहे हैं। जिसकी वजह से डायबिटीज, नजर कमजोर, दांत में दिक्कत, पैन्क्रियाज खराब हो रहे हैं।
कितना खाएं नमक, WHO की हिदायत
आपको हर दिन 5 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए। लेकिन भारत में हर दिन लोग करीब 11 ग्राम यानि 2 छोटी चम्मच नमक खा लेते हैं। जिससे सेहत पर असर पड़ता है और हाइपरटेंशन, हार्ट प्रॉब्लम, किडनी प्रॉब्लम और नर्व्स प्रॉब्लम होती हैं।
मैदा खाने के नुकसान
- मोटापा
- इनडायजेशन
- लिवर प्रॉब्लम
- आंतों में दिक्कत
कैसे बढ़ता है मोटापा?
- मैदा पचाने में ज्यादा इंसुलिन की जरूरत
- जल्दी लगती है भूख
- ओवरइटिंग से बढ़ता है वजन
- मोटापा तेजी से बढ़ता है
- डायबिटीज का रिस्क
- किडनी पर असर
कितनी स्मार्ट है बॉडी! क्या करती है सेल्फ कंट्रोल
- एनर्जी लेवल
- मेटाबॉलिज्म
- शरीर का वजन
- बॉडी टेम्परेचर
- इंसुलिन शुगर बैलेंस
- कॉर्टिसोल
- पॉजिटिविटी
- मेलाटोनिन
- सही नींद
- सेल्फ हीलिंग
सफेद जहर से बचें, कैसे करें रिप्लेस?
- सफेद चावल - ब्राउन राइस
- मैदा- मल्टीग्रेन आटा, जौ, रागी
- चीनी- गुड़, शहद,शक्कर (कम मात्रा में )
- सफेद नमक- सेंधा नमक
100 साल जीने का राज
- मोटापे से बचें
- किडनी फेल्यॉर के चांस 7 गुना ज्यादा
- स्ट्रेस मिटाएं
- स्ट्रेस से बीपी हाई
- एंग्जाइटी मरीजों में
- किडनी डिजीज का खतरा ज्यादा
- डायबिटीज कंट्रोल करें
- शुगर लेवल मेंटेंन रखें
- 70% शुगर पेशेंट को
- किडनी की बीमारी