हल्दी-सोंठ और मेथी ऐसे मसाले हैं जो आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर हैं। लेकिन, जब ये तीनों मसाले एक साथ मिलते हैं तो इनकी न्यूट्रीशन वैल्यू कई गुना बढ़ जाती है। हल्दी, मेथी और सोंठ का कॉम्बिनेशन को आयुर्वेद में भी बेहद हेल्दी और फायदेमंद माना गया है। बाबा रामदेव बता रहे हैं कि अगर आप इनका एक साथ सेवन करते हैं तो इससे आपका हाई यूरिक एसिड कंट्रोल हो सकता है। जब शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) की मात्रा बढ़ जाती है तो व्यक्ति को आर्थराइटिस की समस्या हो जाती हैं। जिसके कारण जोड़ों में सूजन होता है। इसके साथ ही किडनी पर भी ज्यादा प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही ये जोड़ों के दर्द और सर्दी खांसी की समस्या में भी तुरंत राहत पहुंचाता है।
गुणों की खान हैं ये मसाले
हल्दी में कॉपर, फॉस्फोरस, विटामिन बी6, एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीफंगल तत्व होते हैं। मेथी दाने में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिन A और विटामिन K पाया जाता है। सोंठ में कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, मैग्नीशियम,, विटामिन सी, विटामिन बी6, विटामिन बी12, लिपिड एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं
यूरीक एसिड कम करने के लिए करें इनका इस्तेमाल
यूरीक एसिड कम करने में हल्दी-सोंठ और मेथी का कॉम्बिनेशन कमाल का है। 100 ग्राम हल्दी, 100 ग्राम सौंठ और 100 ग्राम मेथी को भिगो दें और इसका सेवन करें। रात को मेथी भिगो दें और सुबह पीसकर उसमें थोड़ी हल्दी और सौंठ डालकर सेवन कर सकते हैं। इससे लाभ मिलेगा।
इन समस्याओं में हल्दी-सोंठ और मेथी है बेहद फायदेमंद:
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सूजन होता है कम: हल्दी में कर्क्यूमिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी इन्फ्लामेट्री कपाउंड है, वहीं, अदरक में भी इन्फ्लामेट्री गुण होते हैं। मेथी और हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव और क्षति से बचाने में मदद कर सकते हैं।
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पाचन सहायक: अदरक और हल्दी सूजन, गैस और अपच जैसी पाचन समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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इम्यून सिस्टम करे बूट्स: मेथी में इम्यूनोमॉडुलेटरी प्रभाव हो सकते हैं, जबकि हल्दी में इम्यूनोमॉडुलेटरी और सूजनरोधी प्रभाव पाए गए हैं।
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पीरियड के दर्द में: मेथी और सोंठ मासिक धर्म में ऐंठन, सूजन और पीएमएस से जुड़े अन्य लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है।