एसिडिटी हर किसी को परेशान करती है। ये ऐसी दिक्कत है कि कभी खाली पेट, तो कभी रात में खाने के बाद तो कभी बैठे-बैठे भी हो सकता है। इन तमाम स्थितियों में गुलकंद और ठंडे दूध का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद है। दरअसल, ये दोनों पेट के पीएच को बैलेंस करने और फिर जलन (thanda doodh with gulkand for acidity ) को कम करने में मददगार है। इसके अलावा भी इसके कई फायदे हैं। आइए, जानते हैं इन चीजों के बारे में विस्तार से।
एसिडिटी में कैसे फायदेमंद है गुलकंद और ठंडा दूध
ठंडा दूध पेट के एसिडिक बाइल जूस को ठंडा करता है तो गुलकंद पेट के अस्तरों की हीलिंग करता है जो कि एसिडिटी के दौरान जलन की वजह बनते हैं। जब आप इन दोनों को मिलाकर पीते हैं तो ये एसिड रिफ्लक्स को कम करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। इस प्रकार से ये दोनों ही एसिडिटी की समस्या में कारगर तरीके से काम करते हैं। साथ ही इसकी खास बात ये है कि ये जीआरडी की दिक्कत जिसमें पेट का एसिड मुंह तक आ जाता है और ये खट्टी डकार का कारण बनता है, इस स्थिति में भी ठंडे दूध में गुलकंद मिलाकर पीना फायदेमंद है।
ठंडा दूध और गुलकंद पीने के अन्य फायदे
जिन लोगों को दूध नहीं पचता उनके लिए भी इन दोनों का सेवन फायदेमंद है। इसके अलावा जब आप गुलकंद के साथ इसका (thanda doodh with gulkand benefits) सेवन करते हैं तो ये डाइजेस्टिव एंजाइम्स को बढ़ावा देता है और पाचन क्रिया में तेजी लाता है। साथ ही गुलंकद एंटीबैक्टीरियल है जिसका सेवन पेट में बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है और गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। साथ ही जिन लोगों को बवासीर की दिक्कत है उनके लिए भी गुलकंद के दूध का सेवन फायदेमंद है।
तो, इन तमाम प्रकार के फायदे लेने के लिए 1 गिलास ठंडा दूध में 1 चम्मच गुलकंद मिलाएं (gulkand with thanda doodh recipe) और फिर इसका सेवन करें। आप ये सुबह खाली पेट करें। आप देखेंगे कि ये तेजी से काम करता है और खट्टी डकार और बदहजमी जैसी समस्याओं को को भी कम करने में मददगार है।