Saturday, November 02, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. हेल्थ
  3. वेटलिफ्टिंग के दौरान रखें इन बातों का ध्यान, वरना हो सकती है परेशानी

वेटलिफ्टिंग के दौरान रखें इन बातों का ध्यान, वरना हो सकती है परेशानी

वेटलिफ्टिंग के दौरान रखें इन बातों का ध्यान, वरना हो सकती है परेशानीअगर आप काफी लंबे समय के बाद या पहली बार एक्सरसाइज करने जा रहे हैं तो बहुत सी बातों के बारे ध्यान रखने की जरूरत है। आप पहली बार एक्सरसाइज करने जा रहे हैं तो पहले दिन से ही वेटलिफ्टिंग न करें।

Edited by: India TV Health Desk
Updated on: July 21, 2021 20:12 IST
photos- India TV Hindi
Image Source : INSTAGRAM ULTIMATEWARRIORCF weightlifting

अगर आप काफी लंबे समय के बाद या पहली बार एक्सरसाइज करने जा रहे हैं तो बहुत सी बातों के बारे ध्यान रखने की जरूरत है। आप पहली बार एक्सरसाइज करने जा रहे हैं तो पहले दिन से ही वेटलिफ्टिंग न करें। आपकी बॉडी पूरी तरह वजन उठाने के लिए तैयार हो जाए तभी वेटलिफ्टिंग करें नहीं तो चोट भी लग सकती है और शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

आप पहले नॉर्मल एक्सरसाइज करें उसके बाद ही भारी वजन उठाना शुरू करें। बॉडी को बैलेंस रखना बहुत जरूरी है। शुरुआत में वेटलिफ्टिंग की एक्सरसाइज डंबल्स से कर सकते हैं। लेकिन बहुत कम लोग इस बारे में जानते है कि इस वेटलिफ्टिंग के दौरान थोड़ी सी भी लापरवाही होने पर एल्बो डिस्लोकेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसे नजरअंदाज करना सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।

वेटलिफ्टिंग के लिए पहले कम वजन से  शुरू करें। उतना ही वजन उठाएं जितना उठा सकते हैं, इसके बाद आप कुछ दिनों में आराम से ज्यादा वेट से भी वेटलिफ्टिंग कर सकते हैं। पहले ही ज्यादा वजन उठाएंगे या वेटलिफ्टिंग करेंगे तो यह खतरनाक साबित हो सकता है।

अक्सर वेटलिफ्टिंग एक्सरसाइज के दौरान आप थक जाते हैं या फिर सांस फूलने लगती है तो इसके लिए जरूरी है कि आप स्टैमिना बढ़ाएं, इससे आप जल्दी  थकेंगें नहीं और आप वेटलिफ्टिंग भी कर सकेंगें ।

यूरिक एसिड कंट्रोल करने में फायदेमंद है गाजर, जानिए कैसे करें डाइट में शामिल

जो लोग भी वेटलिफ्टिंग करते हैं उनका सारा भार कंधो के बराबर होना चाहिए ताकि जो भार मस्लस पर पड़ता है वो संतुलन बनाए रखता है, असंतुलन एल्बो डिस्लोकेशन का कारण बन जाता है।

एल्बो डिस्लोकेट होने पर सबसे पहले किसी अच्छे हड्डियों के डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर्स एल्बो को काफी आसानी से रिलोकेट कर देते है। वे अच्छी तरीके से एक्स रे, एम आर आई और सी टी स्कैन करते हैं। एल्बो डिस्लोकेट का समस्या होने पर तुरंत आइस पैक्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

एल्बो डिस्लोकेट होने पर भूल कर भी मसाज करने या करवाने की गलती न करें। कभी भी हड्डि को फोर्सफुली दबाने या उसी जगह बिठाने की गलती न करें।

डायबिटीज के मरीज खाली पेट ऐसे करें करेले का सेवन, ब्लड शुगर होगा कंट्रोल

इसके साथ ही आपको अपनी डाइट पर ध्यान देने की बहुत जरूरत है, खासकर प्रोटीन अपने डेली डाइट में शामिल करें। प्रोटीन से आपकी बॉडी में मसल्स बनती है और जो मसल्स एक्सरसाइज के समय डैमेज होती है और तेजी से रिपेयर होती है और आपकी मसल्स ग्रो करने लगती है, जिससे आपमें स्टैमिना भी बढ़ता है और अगली बार आप ज्यादा वजन उठाने में सक्षम होंगे।

Latest Health News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें हेल्थ सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement