हमारा शरीर विटामिन और प्रोटीन से बना हुआ है। जहां प्रोटीन से शरीर में नई कोशिकाओं का निर्माण होता है और डैमेज कोशिकाएं रिपेयर करने में मदद मिलती है। वहीं विटामिन्स शरीर की हड्डियों को बनाने और संभालकर रखने में मदद करता हैं। साथ ही यह शरीर में केल्शियम के स्तर को भी कंट्रोल रखता है। विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी9, बी12, सी और ई के शामिल हैं। इन विटामिनों में से विटामिन ई काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। चाहे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाए रखने की बात हो या शरीर को एलर्जी से भरपूर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने में ये विटामिन ई जरूरी माना जाता है। कई लोगों को विटामिन ई की कमी के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शरीर में इसकी पूर्ति के लिए आपको कोई बड़ा काम नहीं करना है बल्कि अपने खानपान का ठीक से ध्यान रखना है। जानिए विटामिन ई की कमी होने के लक्षण और बचाव।
विटामिन ई की कमी से होती हैं ये बीमारियां
विटामिन ई हमारी बॉडी में एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। इसकी कमी का असर सीधे इम्यूनिटी सिस्टम, कोलेस्ट्राल और एलर्जी पर पड़ता है। साथ ही अगर आपके हाथ पैर में लगातार झनझनाहट हो रही है, तो इसका कारण विटामिन ई की कमी भी हो सकती है। हालांकि कई बार विटामिन डी की कमी से भी हाथ और पैर में झनझनाहट हो सकती है। इसके अलावा कई बार शुगर लेवल हाई होने की वजह से भी पैर में झनझनाहट होने लगती है।
विटामिन ई की कमी के लक्षण
- मांसपेशियों में अचानक से कमजोरी आना
- कम दिखना
- दिखने में झिलमिलाहट महसूस होना
- अधिक कमजोरी महसूस होना
- बालों का झड़ना।
- ब्लड सर्कुलेशन में कमी
- हाथ पैर में लगातार झनझनाहट
विटामिन ई रिच फूड को अपनी डाइट में शामिल करें।
बादाम में बहुत अच्छी मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है। इसे आप रोज सुबह खा सकते हैं। इसे खाने से दिमाग भी शार्प होता है। सूरजमुखी के तेलमें भरपूर मात्रा में विटामिन ई होता है। इस तेल को आप सलाद में डालकर खा सकते हैं।