तेज बुद्धि के धनी स्वामी विवेकानंद ने आज ही के दिन साल 1902 में पश्चिम बंगाल के बेलूर मठ में ध्यान मुद्रा में चले गए थे। स्वामी विवेकानंद के आचार-विचार और संदेश आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। इनकी कही बातें युवाओं में जोश भरने के लिए काफी हैं। हर साल 4 जुलाई का दिन स्वामी विवेकानंद की याद में स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर हम आपके स्वामी विवेकानंद के जिंदगी में ऊर्जा भरने वाले और प्रेरणादायी कुछ विचार बताते हैं। ये विचार आपको जीवन को एक नई दिशा देने का काम करेंगे।
शत्रु की इस चीज को देखकर मनुष्य कभी न करे अनदेखा, जीवन में उतारना होगा फायदेमंद
उठो जागो और तब तक रुको नहीं, जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते।
जो भी सोचेंगे, वही हो जाएंगे। अगर आप खुद को कमजोर सोचेंगे तो आप कमजोर बन जाएंगे। अगर आप ये सोचेंगे कि आप शक्तिशाली हैं तो आप शक्तिशाली बन जाएंगे।
एक विचार को सुनो और उसे अपना जीवन बना लो। उस विचार के बारे में सोचें और उस विचार के सपने देखें। अपने दिमाग और शरीर के हर अंग को उस विचार से भर लें। बाकी सभी चीजें पीछे छोड़ दें। यही सफलता का रास्ता है।
एक नायक की तरह ही जीवन जिएं। हमेशा कहें मुझे कोई डर नहीं, सबको यही कहें कोई डर नहीं रखो।
कमर दर्द से हैं परेशान तो ट्राई करें स्वामी रामदेव के बताए ये आसन, चुटकियों में गायब हो जाएगा सारा दर्द
ब्रह्मांड में जितनी भी शक्तियां हैं पहले से ही हमारे भीतर मौजूद हैं। हम ही मूर्खतापूर्ण आचरण करते हैं, जो अपने हाथों से अपनी आंखों को ढक लेते हैं और फिर चिल्लाते हैं कि चारों तरफ अंधेरा है कुछ नजर नहीं आ रहा है।
तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता है और न ही कोई आध्यात्मिक बना सकता है। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना हैं। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही हैं।
सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है फिर भी एक ही सत्य होगा।
बाहरी स्वभाव अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप हैं।
एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।
जो कुछ भी तुमको कमजोर बनाता है- शारीरिक, बौद्धिक या मानसिक उसे जहर की तरह त्याग दो।