हमारे देश में बड़ी संख्या में लोग हाइपरटेंशन के शिकार है। एक स्टडी के मुताबिक हर 4 में से 1 शख्स हाइपरटेंशन का शिकार है और हर साल हाई बीपी से करीब 15 लाख लोगों की मौत हो जाती है। हाइपरटेंशन के शिकार 50 प्रतिशत लोगों को पता ही नहीं होता कि उनका ब्लड प्रेशर हाई है। हाई बीपी के 7 मरीज़ों में सिर्फ 1 ही अपनी दवा लेता है और दवा खाने वाला 10 में से 1 ही शख्स बीपी को कंट्रोल रख पाता है। समय रहते इस बीमारी पर काबू ना पाया जाए जो इससे शरीर के दूसरे अंग भी प्रभावित होने लगते हैं। स्वामी रामदेव के अनुसार हाई बीपी की समस्या को योग और आयुर्वेदिक उपचार के जरिए कंट्रोल में रखा जा सकता है।
हाई बीपी के लक्षण
- सिर भारी होना
- नींद न आना
- चिड़चिड़ापन
- बार-बार सिरदर्द
- मानसिक तनाव
- सांस लेने में परेशानी
- नसों में झनझानहट
- बात-बात पर गुस्सा
हाई बीपी के कारण
- हार्ट अटैक
- डायबिटीज
- ब्रेन स्ट्रोक
- किडनी डिजीज
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करेंगे ये योगासन
ताड़ासन
- गठिया में बेहद कारगर योगासन
- दिल की बीमारी में कारगर आसन
- शरीर को लचीला बनाता है
- थकान, तनाव, चिंता दूर करता है
- पीठ, बांहों को मजबूत बनाता है
तिर्यक ताड़ासन
- शरीर का मोटापा करे कम
- शरीर को ऊर्जावान बनाए
- हाई बीपी को करे कंट्रोल
- मन को शांत रखने में करे मदद
- भूलने की बीमारी मदद करे
- कद बढ़ाने में मददगार
- दिमागी थकान को दूर भगाए
कोणासन
- स्पाइन के बोन्स को करेक्ट करता है
- हाथ-पैर में खिंचाव और स्ट्रॉन्ग बनाता है
- बैक पेन में कोणासन बेहद फायदेमंद है
- कोणासन के अभ्यास से कब्ज दूर होता है
- सायटिका पेन में भी बेहद कारगर है
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार
मंडूकासन
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
- पेट और हृदय के लिए भी लाभकारी
- कंसंट्रेशन की क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक
- लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है
- वजन घटाने में मदद करता है
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है
शशकासन
- लिवर, किडनी रोगों में कारगर
- पाचन तंत्र को रखे ठीक
- मानसिक रोगों से दिलाए मुक्ति
- मोटापा कम करने में करे मदद
- क्रोध, चिड़चिड़ापन को करे दूर
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार
योगमुद्रासन
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाए
- शरीर को लचीला बनाए
- रीढ़ की हड्डी को मजबूत करे
- पीठ, बाहों को बनाए मजबूत
वक्रासन
- पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
- कैंसर की रोकथाम में कारगर
- पेट की कई समस्याओं में राहत
- पाचन क्रिया ठीक रहती है
- कब्ज ठीक होती है
मकरासन
- हाइट बढ़ाने में करे मदद
- वजन कम करने में मददगार
- कमर दर्द से दिलाए राहत
- जोड़ों के दर्द में लाभकारी
- एसिडिटी से दिलाए राहत
मर्कटासन
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है
- फेफड़ों के लिए अच्छा योगासन
- पेट संबंधी समस्या दूर होती है
- गैस और कब्ज से राहत मिलती है
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है
- सर्वाइकल ,पेट दर्द, गैस्ट्रिक, कमर दर्द में फायदेमंद
- गुर्दे, अग्नाशय, लीवर सक्रिय होते हैं
गोमुखासन
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है
- पीठ, बांहों को मजबूत बनाता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- शरीर को लचकदार बनाता है
- सीने को चौड़ा करने में सहायक
- शरीर के पॉश्चर को सुधारता है
- थकान, तनाव, चिंता दूर करता है
- दृढ़ इच्छाशक्ति का विकास करता है
- लिवर-किडनी की समस्या में लाभकारी
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- हृदय को सेहतमंद रखता है
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है
- रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है
उत्तानपादासन
- रीढ़ की हड्डी को दें ताकत
- भोजन पचाने में कारगर
- लिवर और किडनी को रखें हेल्दी
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाए
- तनाव और डिप्रेशन से दिलाए छुटकारा
- बीपी को करें कंट्रोल
हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए प्राणायाम
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भ्रामरी
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अनुलोम-विलोम
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उज्जायी
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शीतली
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शीतकारी
हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय
- जटामासी, ब्राह्मी, सर्पगंधा का पाउडर करके पिएं। इससे आपको लाभ मिलेगा। इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी सर्पगंधा का सेवन अकेले न करे। इसमें कोई न कोई दूसरी औषधि मिलाकर ही करे।
- लौकी का जूस का सेवन रोजाना करे।
- अर्जुन की छाल और दालचीनी को पानी में उबालकर दिनभर पिएं।
- अगर आपका पित्त बढ़ने के कारण हाई बीपी की समस्या हो गई हैं तो इसके लिए अधिक पानी पिएं, तरबूज, कद्दू, लौकी का जूस पिएं। इसके साथ ही लौकी, एलोवेरा, व्हीटग्रास, शीशम, पीपल, सौंफ, धनिया और गुलाब की पंखुड़ियों का पानी पिएं।
- किडनी संबंधी बीमारी के कारण या फिर क्रेटिनन बढ़ जाने के कारण भी ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ऐसे में आप गोखरू का पानी पिएं। इसके अलावा नीम और पीपल के पत्तों का रस पिएं।
- थायराइड की समस्या के कारण भी बीपी बढ़ जाता है। इसके लिए धनिया का पानी पिएं।
- मोटापा के कारण भी हाई बीपी की समस्या हो जाती है। इसलिए वजन कम करने के लिए रात को सोते वक्त त्रिफला पानी के साथ भिगो दें। सुबह इस पानी का सेवन करे। इसके अलावा गोधर्न अर्क, मेधोहर वटी और अश्वगंधा की पत्तियों का सेवन करे।
- खून गाढ़ा होने से भी बीपी बढ़ जाता है। ऐसे में प्याज का रस निकाल ठंडे पानी के साथ पी लें। आप चाहे तो थोड़ा सा शहद मिला सकते हैं।
- कोलेस्ट्राल बढ़ने से भी बीपी बढ़ जाता है। इसके लिए अर्जुन की छाल और दालचीनी का पानी पिएं।
- बीपी बढ़ जाने के कारण नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो मेधावटी की गोली खाएं।