पूरा देश आज गुरु पूर्णिमा का पर्व मना रहा है। इस गुरु परंपरा से ही हमें योग विद्या प्राप्त हुई है। इस योग विद्या में सबसे ज्यादा महत्व हम लोग प्राणायाम को देते हैं। योग के बड़े लाभ हम लोग प्राणायाम से प्राप्त करते हैं। स्वामी रामदेव ने गुरु पूर्णिमा के इस खास अवसर पर प्राणायाम के फायदे बताए। साथ ही अष्टांग योग के बारे में बताया।
रीढ़ की हड्डी को मजबूत करेगा एरियल योग, जानिए स्वामी रामदेव से इसे करने का सही तरीका और फायदे
योग के फायदे
- मन शांत रहता है
- योग से मांसपेशियों का अच्छा व्यायाम होता है
- तनाव दूर होता है
- अच्छी नींद आती है
- पाचन एक दम ठीक रहता है
- कई रोगों से बचाव होता है
कमर दर्द से हैं परेशान तो ट्राई करें स्वामी रामदेव के बताए ये आसन, चुटकियों में गायब हो जाएगा सारा दर्द
अनुलोम विलोम
- सबसे पहले आराम से बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें। ध्यान रहे कि इस मुद्रा में आपकी रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी होनी चाहिए।
- अब बाएं हाथ की हथेली को ज्ञान की मुद्रा में बाएं घुटने पर रखें।
- इसके बाद दाएं हाथ की अनामिका यानि कि हाथ की सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नथुना पर रखें। अब अंगूठे को दाएं वाले नथुना पर लगा लें। इसके बाद तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें।
- अब बाएं नथुना से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। फौरन ही दाएं नथुना से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें।
- अब दाएं नथुना से सांस भरें और अंगूठे से उसे बंद कर दें। इस सांस को बाएं नथुना से बाहर निकाल दें। अनुलोम विलोम का यह पूरा एक राउंड हुआ। इसी तरह के कम से कम 5 बार ऐसा करें।
भस्त्रिका
- इस प्राणायाम को रोजाना करने से हाइपरटेंशन, अस्थमा, हार्ट संबंधी बीमारी, टीवी, ट्यूमर, बीपी, लिवर सिरोसिस, साइनस, किसी भी तरह की एनर्जी और फेफड़ों के लिए अच्छा माना जाता है।
- भस्त्रिका करने से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ जाता है। जिसके कारण कैंसर की कोशिकाएं मर जाती हैं।
कपालभाति
- रोजाना सुबह शाम कपालभाति करने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- मन को शांत रखता है।
- थायराइड की समस्या दूर से निजात दिलाता है।
- सिगरेट की लत से छुड़ाने में मददगार है कपालभाति।
- जिन लोगों को सिगरेट पीने की लत हो जाती है तो उनके फेफड़े ब्लॉक हो जाते हैं। कपालभाति की मदद से फेफड़े की ब्लॉकेज को सही कर सकता है।
- कपालभाति से क्रॉनिक लिवर, क्रॉनिक किडनी और फैटी लिवर की समस्या दूर होती है।
- हैपेटाइटिस की समस्या को भी कपालभाति दूर करने में मददगार है।
उद्गीथ प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं और शांत मन से 'ऊं' के उच्चारण करते हैं।
फायदे
इस प्राणायाम को करने से पित्त रोग, धातु रोग, उच्च रक्तताप जैसे रोगो से निजात मिलता है।।
भ्रामरी प्राणायाम
इस आसन को करने से तनाव से मुक्ति के साथ मन शांत रहेगा।
सूर्य नमस्कार के फायदे
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में मददगार
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- पाचन तंत्र बेहतर रहता है
- शरीर में लचीलापन आता है
- स्मरण शक्ति मजबूत होती है
- वजन बढ़ाने के लिए कारगर
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- त्वचा में निखार आता है
- तनाव की समस्या दूर होती है
अष्टांग योग
अष्टांग योग के 8 प्रकार होते हैं। जानें अष्टांग योग के प्रकार कौन-कौन से हैं...
- यम
- नियम
- समाधि
- ध्यान
- आसान
- प्राणायाम
- प्रत्याहार
- धारणा
- नियम