हार्ट अटैक के खतरे को दूर करना है तो शरीर में ब्लड फ्लो का सही होना बहुत जरूरी है। खून के गाढ़ा होने से और ज्यादा पतला होने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। ये दोनों परिस्थितियां आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। अगर खून गाढ़ा हो जाए तो इससे ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ता है। जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इस कंडीशन को थ्रोंबोसिस कहते हैं जो एक गंभीर समस्या है। इसमें हार्ट में खून के थक्के बनने लगते हैं। जो हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाता है। इसलिए आपको डाइट में कुछ ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जिससे नेचुरली आपका खून पतला हो सके। आइये जानते हैं कौन सी ऐसी चीजें हैं जो बिना दवा के भी खून को पतला बनाती हैं?
नेचुरली खून को पतला कैसे बनाएं?
लहसुन खाएं- लहसुन को खून पतला करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लहुसन में एलिसन नामक तत्व होता गै जो खून को पतला बनाता है और ब्लड क्लॉटिंग की समस्या को रोकता है। नियमित रूप से लहसुन का सेवन से हाई, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के मरीज के लिए अच्छा माना जाता है।
अदरक का सेवन- ब्लड थिनर के लिए अदरक का इस्तेमाल भी किया जाता है। सर्दियों में डाइट में अदरक जरूर शामिल करें। अदरक खाने से खून पतला होता है। अदरक में सैलिसिलेट्स होते हैं, जो ब्लड क्लोटिंग की समस्या को कम करते हैं। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जिससे सूजन कम होती है और ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है।
हल्दी खाएं- हल्दी को आयुर्वेद में औषधि माना गया है। हल्दी में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। हल्दी खून को पतला बनाने में भी असरदार साबित होती है। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व तत्व पाया जाता है जो नेचुरली खून को पतला बनाने का काम करता है। हल्की का सेवन करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और सूजन कम होती है।
ग्रीन टी पीएं- रोजाना ग्रीन टी का सेवन करने से भी ब्लड क्लॉटिंग कम होती है। ग्रीन टी खून को पतला बनाने में असरदार काम करती है। ग्रीन टी में कैटेचिन नाम का एक खास तत्व होता है जो खून को पतला बनाता है। रोजाना ग्रीन टी पीने से शरीर में ब्लड फ्लो में सुधार आता है। इससे कोशिकाओं में रक्त का प्रवाह बेहतर बना रहता है।
खट्टे फल खाएं- विटामिन सी से भरपूर खट्टे फलों को डाइट में जरूर शामिल करें। रोजाना संतरा, कीवी, अंगूर और नींबू जैसे खट्टे फल खाने से खून को पतला रहता है। इन फलों में विटामिन सी के अलावा फ्लेवोनॉयड्स भी होता है जो कोशिकाओं को मजबूत बनाने में मदद करता है। विटामिन सी का सेवन करने से सूजन कम होती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार आता है और क्लॉटिंग की संभावना कम होती है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)