लौकी एक ऐसी हरी सब्जी है जिसे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसे घीया के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद में लौकी का बहुत अधिक महत्व है, जिसके कारण आज के समय में लोग इसका सेवन केवल सब्जी के तौर पर नहीं बल्कि जूस, सूप के रूप में भी अधिक करते हैं।
लौकी का सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ-साथ हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करती हैं। इसके साथ-साथ यह वजन कम करने, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर जैसी कई खतरनाक बीमारियों से बचाती हैं। जहां एक ओर लौकी के जूस पीने के बेहतरीन फायदे है तो वहीं दूसरी ओर इसका सेवन कुछ लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। स्वामी रामदेव के अनुसार लौकी का जूस हर किसी के लिए फायदेमंद है। लेकिन इन लोगों को पीने से बचना चाहिए।
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लौकी में पाए जाने वाले तत्व
लौकी में कई तरह के प्रोटीन, विटामिन्स और लवण पाए जाते हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में डायट्री फायबर, विटामिन- ए, विटामिन -सी, थायमिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन- बी3, बी6, मिनरल्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जिंक पाया जाता है।
ये लोग न करें लौकी के जूस का सेवन
यूरिक एसिड की समस्या
यूरिक एसिड के मरीजों के लिए लौकी काफी फायदेमंद है। लेकिन वह इसका जूस पीने से बचें। लौकी के जूस की बजाय सूप या फिर सब्जी का सेवन करें। क्योंकि यूरिक एसिड बढ़ जाने के कारण मरीज को गठिया, गाउट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लौकी का सेवन करने से समस्या और बढ़ सकती है।
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अस्थमा के मरीज
लौकी की तासीर ठंडी होती है, जिसके कारण सर्दी-जुकाम के साथ-साथ सांस फूलने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अस्थमा के मरीज लौकी का सूप पिएं।
सर्दी-जुकाम
अगर आपको अधिकतर सर्दी-जुकाम की समस्या का सामना करना पड़ता हैं तो लौकी के जूस का सेवन न ही करें तो बेहतर है। क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होने के कारण आपकी समस्या बढ़ सकती हैं।
अर्थराइटिस
अगर किसी व्यक्ति के जोड़ों में दर्द या फिर अर्थराइटिस की समस्या हैं तो वह बिल्कुल भी लौकी का जूस न पिएं। क्योंकि लौकी की तासीर ठंडी होती है, जिसके कारण जोड़ों में दर्द की समस्या अधिक बढ़ सकती है। इसलिए लौकी का सूप या सब्जी खाएं।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।