कोरोना से रिकवरी के बाद मरीजों में कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां देखने को मिल रही हैं। किसी को हाई बीपी, शुगर की परेशानी है तो किसी को ब्लड क्लॉटिंग, हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक। शरीर का कोई ऐसा अंग नहीं बचता, जिस पर वायरस ने अपना असर ना छोड़ा हो। फिर चाहे वो मसल्स हो, हड्डियां हो या फिर ज्वॉइंट्स। कोरोना से रिकवरी के बाद लोग सबसे ज्यादा कमजोरी और बदन दर्द से परेशान हुए हैं। इंफेक्शन की वजह से ज्वॉइंट्स में भी दर्द होता है।
वहीं, वायरस मसल्स फाइबर को भी डैमेज करता है, उसे कमजोर करता है, जिसकी वजह से पूरे शरीर में दर्द होता है। अर्थराइटिस, ज्वॉइंट पेन ऐसी ही ओल्ड एज बीमारी है। ज्यादातर बुजुर्ग इससे परेशान रहते हैं और ऊपर से जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है, जिनमें प्रोटीन, विटामिन डी और कैल्शियम की कमी होती है, उनकी भी बॉडी, बोन्स और ज्वॉइंट्स में दर्द होता है और परेशानी रहती है। कोरोना इन परेशानियों को और बढ़ा देता है। ऐसे में हड्डियों से जुड़ी तमाम तरह की परेशानियों को दूर करने और इन्हें मजबूत बनाने के लिए स्वामी रामदेव से जानें योग और आयुर्वेदिक उपचार।
क्या है 'बोन डेथ' ?
- कोरोना की वजह से हड्डियां गलने लगती हैं
- धीरे-धीरे बोन सेल्स डी-जेनरेट होने लगता है
- जोड़ों पर होता है सबसे ज्यादा असर
- कोरोना के बाद हड्डियों में असर
- वायरस के प्रभाव से हड्डियों में खून की सप्लाई बंद
परेशानी की वजह
- विटामिन की कमी
- हॉर्मोन्स
- बढ़ा हुआ वजन
- मिनरल की कमी
- जेनेटिक
- यूरिक एसिड बढ़ना
हड्डियों में ताकत के लिए करें ये योगासन
सूक्ष्म व्यायाम
- 100-100 बार करें
- बॉडी को एक्टिव करता है
- शरीर में थकान नहीं होती है
- कई तरह के दर्द से राहत
- ऊर्जा का संचार करता है
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है
मकरासन
- लंग्स मजबूत करता है
- तनाव दूर करता है
- पेट से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद
- कमर दर्द में आराम
भुजंगासन
- फेफड़ों, कंधों, सीनों को सेट्रेच करता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर होता है
- छाती चौड़ी होती है
- लिवर से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
शलभासन
- फेफड़े सक्रिय होते हैं
- तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाता है
- खून को साफ करता है
- शरीर को मजबूत और लचीला बनाता है
- हाथों और कंधों की मज़बूती बढ़ाता है
मर्कटासन
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है
- फेफड़ों के लिए फायदेमंद
- पेट संबंधी समस्या दूर होती है
- एकाग्रता बढ़ती है
- गुर्दे, अग्नाशय, लीवर सक्रिय होते हैं
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार
मंडूकासन
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
- पेट और हृदय के लिए भी लाभकारी
- कंसंट्रेशन की क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक
- लीवर, किडनी को स्वस्थ रखता है
- वजन घटाने में मदद करता है
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है
- डायबिटीज को रोकने में सहायक
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- हृदय को सेहतमंद रखता है
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है
- रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए योग के साथ करें ये प्राणायाम
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं। इस प्राणायाम से नाक खुल जाती है। इम्यून सिस्टम को करें ठीक। तनाव और डिप्रेशन से दिलाएं निजात।
भस्त्रिका
इस प्राणायाम को करने से पूरे शरीर में ऑक्सीजन का ठीक ढंग से प्रवाह होता है। जिससे आपको डायबिटीज के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों से भी निजात मिल जाएगा।
कपालभाति
सांस लेने में आसान हो जाता है। फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है। हड्डियों की मजबूती करें। इसके साथ ही जोड़ों से आने वाली आवाज को करें बंद करें। इससे साथ-साथ शरीर में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ा देता है।
मजबूत हड्डियों के लिए घरेलू उपाय
- जामुन एंटी-ऑक्सीडेंट है, सूजन कम करता है
- वातारि चूर्ण अर्थराइटिस के लिए फायदेमंद
- गोखरु का काढ़ा भी फायदेमंद
- हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने में करें शामिल
दर्द से राहत के लिए
- लाइफस्टाइल में करें बदलाव
- सुबह जल्दी उठने की आदत डालें, धूप लें
- एलोवेरा जूस पीने से ल्यूब्रीकेशन बढ़ता है
- रोजाना योगाभ्यास और एक्सरसाइज करें
- दर्द होने पर ठंडे और गर्म पानी से सेंक करें
पेन रिलीफ तेल
- अजवाइन, लहसुन, मेथी और सोंठ
- हल्दी, निर्गुंडी, पारिजात अर्क पत्र
- सभी को अच्छी तरह कूट लें
- सरसों या तिल के तेल में उबाल लें
- घर में तैयार पीड़ातक तेल से मालिश करें