हाई यूरिक एसिड में शिकंजी: हाई यूरिक एसिड की समस्या आजकल लोगों के लिए आम होती जा रही है। स्थिति ऐसी है कि बहुत से लोग गाउट और यूरिक एसिड की समस्या की शिकायत करते नजर आ जाएंगे। लेकिन, ये समस्या गंभीर है और समय के साथ ये आपकी हड्डियों का रंग-रूप बदल सकती है। दरअसल, इस बीमारी में शरीर प्रोटीन नहीं पचा पाता है और प्रोटीन से निकलने वाला वेस्ट प्रोडक्ट हड्डियों के बीच प्यूरिन की पथरियों के रूप में इक्ट्ठा होने लगता है। इसकी वजह से हड्डियों में गैप आने लगता, सूजन रहती है और ये दर्द का कारण बनता है। ऐसे में एक देसी ड्रिंक शिकंजी (benefits of drinking shikanji) कैसे आपकी मदद कर सकता है। जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
शिकंजी पीने से यूरिक एसिड कम हो सकता है-How shikanji is beneficial for purine metabolism
शिकंजी पीने से यूरिक एसिड (shikanji benefits for high uric acid) कम हो सकता है और प्यूरिन मेटाबोलिज्म में तेजी आ सकती है। ये कैसे तो आपको इसकी रेसिपी पर एक नजर डालना होगा कि इसमें क्या-क्या मिलाया जाता है। जैसे कि शिकंजी में नींबू का रस, काला नमक, काली मिर्च, भुना जीरा और सोडा मिलाया जाता है। सोडा कई बार नहीं भी मिलाया जाता है। ऐसे में नींबू जो कि विटामिन सी और साइट्रिक एसिड से भरपूर है प्यूरिन की पथरियों को पिघलाने में मदद कर सकता है।
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इसके अलावा काला नमक जो कि डिटॉक्सीफाइंहग एजेंट की तरह काम करता है वो पानी की मदद से यूरिक एसिड को फ्लश ऑउट करने में मददगार है। साथ ही काली मिर्च एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और दर्द को कम करने में मददगार है। इन सब के इतर भुना जीरा और सोडा पेट का मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है जिससे प्यूरिन मेटाबोलिज्म (purine metabolism) में तेजी आती है।
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तो, इस तरह जो लोग हाई यूरिक एसिड के मरीज हैं वो शिकंजी भी सकते हैं। ये उनके लिए हर प्रकार से फायदेमंद है। इतना ही नहीं ये पेट साफ करने और शरीर की बाकी गतिविधियों को भी तेज करने में मददगार है। ये वेट लॉस, डायबिटीज और लिवर डिटॉक्स में भी कारगर है। इसके अलावा इसे पीने से शरीर मे इलेक्ट्रोलाइट की कमी नहीं होती और गैस व एसिडिटी से भी बचाव होता है।