आंख, नाक और कान हमारे शरीर के सबसे संवेदनशील अंगों में से एक हैं। इन जगहों पर जरा सी परेशानी हमें बेचैन कर देती है। अब सोचिए अचानक किसी दिन आपको सुनाई देना बंद हो जाए तो कैसे लगेगा। जी हां ऐसा ही हुआ है सिंगर अलका याग्निक के साथ। अलका याग्निक को न्यूरल हियरिंग लॉस हुआ है, जिसमें उन्हें अचानक से सुनाई देना बंद हो गया। हालांकि अलका याग्निक जानी मानी गायिका हैं और उनका इलाज देश के बेहतरीन डॉक्टर कर रहे हैं, लेकिन आपके साथ भी ऐसा हो सकता है। जान लीजिए क्या है न्यूरल हियरिंग लॉस और इससे कैसे बचा जा सकता है?
क्या है न्यूरल हियरिंग लॉस
सीनियर कंसल्टेंट न्यूरोसर्जन डॉ संजीव झा (ग्लोबल मेडीक्लीनिक नई दिल्ली) के मुताबिक, साधारण भाषा में समझें तो सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस एक ऐसा डिसॉडर है जिसमें सुनने की क्षमता प्रभावित होती है। कान के अंदर पैथोलॉजी और कोक्लीयर तंत्रिका ( Cochlear Nerve) जो दिमाग तक ऑडियो सिग्नल पहुंचाती है उसके डैमेज होने से सुनाई देना बंद हो जाता है। ऐसा कई बार अचानक होता है कई बार धीरे-धीरे सुनने की क्षमता कम होने लगती है।
न्यूरल हियरिंग लॉस के क्या हैं कारण?
- मुख्य कारण जन्मजात हो सकता है।
- कई बार वायरल संक्रमण भी हो सकता है।
- मस्तिष्क में ट्यूमर, ट्रॉमा के कारण भी हो सकता है।
- बहुत तेज आवाज के संपर्क में आने से सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है।
- उम्र से संबंधित (प्रेस्बियाक्यूसिस) और इडियोपैथिक कारण भी हो सकता है।
- हियरिंग लॉस के कई दूसरे कारण भी हो सकते हैं।
न्यूरल हियरिंग लॉस का इलाज
ज्यादातर मामलों में अगर तीव्र सेंसरिनुरल लॉस हुआ है और तुरंत स्टेरॉयड का उपयोग कर इलाज किया जाता है, जिसके अच्छे नतीजे मिल सकते हैं। अगर 4 सप्ताह के भीतर इसका इलाज कर लिया जाता है तो ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि इसे ठीक करने के लिए आपको सही कारणों का पता होना जरूरी है।
न्यूरल हियरिंग लॉस से कैसे बचें
- हाई डेसिबल साउंड से बचें।
- ज्यादा शोर वाली जगह पर न जाएं।
- अगर कुछ लगे तो डॉक्टर के दिखाएं।
- हियरिंग एड्स का उपयोग किया जाता है।