भगवान शिव का सबसे प्रिय माह सावन 6 जुलाई से शुरू हो चुका है जोकि 3 अगस्त को समाप्त होगा। इस दौरान भोले बाबा के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से पूजा अर्चना करने के साथ-साथ व्रत भी रखते हैं। इसके साथ ही सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं। इसके अलावा इस माह सबसे अधिक बारिश होती है जिसके कारण इंफेक्शन और बीमारियां फैलने का खतरा सबसे अधिक होता है। इसलिए खुद का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार सावन माह में कई ऐसी चीजें है जिनका सेवन करने से बचना चाहिए। इससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें बैक्टीरिया और कीड़े हो सकते हैं। जिसके कारण आपको डायरिया, पेट दर्द की समस्या के साथ वात की शिकायत हो सकती है।
बैंगन
सावन माह में बैगन खाने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में कीड़े हो जाते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
दूध
ज्योतिषों के अनुसार सावन माह में दूध का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि भगवान शिव का दूध से अभिषेक किया जाता है। वहीं वैज्ञानिक द्रष्टिकोण की बात करें तो इस मौसम में दूध पीने से पित्त की समस्या हो सकती है। इसलिए दूध की जगह आप चाहे तो दोपहर के समय ताजा दही का सेवन कर सकते हैं।
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मांस-मंदिरा
बारिश के समय बहुत ज्यादा कीड़े मकोड़े होते हैं जिन्हें जीव खाते हैं। ऐसे में आपकी सेहत के लिए यह खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा ये महीना मछलियां, पशु और पक्षियों के लिए प्रजनन का होता है। ऐसे में अगर कोई गर्भधारण किए हुए जीव को खा ले तो उसे हार्मोनल समस्याएं भी हो सकती हैं।
लहसुन-प्याज
लहसुन-प्याज तामसिक माना जाता है। माना जाता है कि ऐसा भोजन करने से अध्यात्म के मार्ग में बाधा आती है और शरीर पर भी बुरा असर पड़ता है। इसलिए हमें बिल्कुल सात्विक भोजन करना चाहिए।
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