इन दिनों लोग दिल से जुड़ी बीमारियों की चपेट में अधेड़ उम्र के लोग ही नहीं बल्कि कम उम्र के लोग भी बहुत ज़्यादा आ रहे हैं। हार्ट अटैक के मामले अब इतने आम हो चुके हैं कि लोगों में इस बीमारी को लेकर एक डर सा बैठ गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं इसके पीछे सिर्फ आपकी खराब लाइफ स्टाइल ही वजह नहीं है बल्कि कई जानकारी का अभाव भी है। दरअसल लोग फैट युक्त फूड्स के सेवन के बारे में अनजान होते हैं और ऐसे में हेल्दी फैट की बजाय अनहेल्दी फैट्स का सेवन करते हैं। लोगों को पता भी नहीं चलता और सैचुरेटेड फैट का लगातार खाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और उनके दिल की सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है अब आप सोच रहे होंगे कि सैचुरेटेड फैट क्या है तो चलिए हम आपको बताते हैं।
क्या है सैचुरेटेड फैट?
फैट दो तरह के होते हैं सैचुरेटेड और अनसैचुरेटेड। सैचुरेटेड फैट के सेवन से कोलेस्ट्रॉल बहुत तेजी से बढ़ता है और दिल से जुड़ी बीमारियों की सम्भावना कई गुना बढ़ जाती है। सैचुरेटेड फैट का अगर आप कम मात्रा में सेवन कर रहे हैं तब भी आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ेंगे। वहीं अनसैचुरेटेड फैट आपकी सेहत के लिए अच्छे होते हैं। इसमें मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स आपको गंभीर बीमारियों के जोखिम से बचाते हैं।
सैचुरेटेड फैट से हो सकती हैं दिल की ये बीमारियां
सैचुरेटेड फैट्स युक्त फूड्स के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत तेजी से बढ़ती है और ये नसों में धीरे धीर जमने लगते हैं जिससे ब्लड सर्कुलेशन ढंग से नहीं हो पता। इस वजह से हार्ट ब्लॉकेज, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और कार्डिएक अरेस्ट का जोखिम बहुत कई गुना ज़्यादा बढ़ जाता है।
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ये फूड्स हैं सैचुरेटेड फैट से भरपूर
अपने आप को सेहतमंद रखने के लिए आप सबसे पहले अपनी डाइट से सैचुरेटेड फैट युक्त फूड्स को बाहर करें। जैसे रेड मीट, चीज, आइसक्रीम, बटर, नारियल का तेल, पाम या ताड़ का तेल इसमें भरपूर मात्रा में सैचुरेटेड फैट पाया जाता है। इसलिए आप रेड मीट और मक्खन जैसे खाद्य पदार्थों की बजाय मछली, बीन्स, नट्स और हेल्दी तेलों के साथ बदलें।
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