कुछ बीमारियां बुढ़ापे में लोगों की बॉडी पर अटैक कर देती हैं। बुढ़ापे में इस तरह की खतरनाक बीमारियों से खुद का बचाव करना जवानी की तुलना में काफी ज्यादा मुश्किल होता है। इसलिए अगर आप वाकई में अपने बुढ़ापे में भी सेहतमंद बने रहना चाहते हैं तो आपको शुरुआत से ही अपने लाइफस्टाइल और अपने डाइट प्लान पर ध्यान देना चाहिए। आज वर्ल्ड सीनियर सिटीजन डे है तो आइए इस दिन जानते हैं कि बुढ़ापे में किन बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।
-
डायबिटीज- बढ़ती उम्र के साथ-साथ डायबिटीज जैसी साइलेंट किलर बीमारी के चपेट में आने की संभावना भी बढ़ती जाती है। इस लाइलाज बीमारी से बचने के लिए आपको अपनी जवानी से हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो कर अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बना लेना चाहिए।
-
आर्थराइटिस- बुढ़ापे में बोन हेल्थ कमजोर होने की वजह से आर्थराइटिस का खतरा भी काफी हद तक बढ़ सकता है। अगर आप बुढ़ापे में आर्थराइटिस का शिकार नहीं बनना चाहते हैं तो आपको कैल्शियम रिच फूड आइटम्स को अपनी डेली डाइट में जरूर शामिल कर लेना चाहिए। हेल्दी डाइट की वजह से आप अपनी हड्डियों को मजबूत बना पाएंगे।
-
हार्ट रिलेटेड डिजीज- बढ़ती उम्र दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को भी बढ़ा सकती है। अपने दिल की सेहत को मजबूत बनाए रखने के लिए आपको अभी से अपने रूटीन में एक्सरसाइज को शामिल कर लेना चाहिए। इसके अलावा बाहर के खाने को अलविदा कह दीजिए जिससे आपकी हार्ट हेल्थ मजबूत बन पाए और आप हार्ट से जुड़ी जानलेवा बीमारियों की चपेट में आने से बच पाएं।
कुल मिलाकर बुढ़ापे में इस तरह की खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल और बैलेंस्ड डाइट प्लान को फॉलो करना चाहिए। इसके अलावा स्मोकिंग, शराब और जंक फूड से दूरी बनाते हुए योग या फिर कोई न कोई फिजिकल एक्टिविटी जरूर करनी चाहिए। जवानी में अपनी फिटनेस और इम्यूनिटी पर ध्यान दीजिए, तो बुढ़ापे में आपको कम से कम समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।