रागी एक सुपरफूड है। इस अनाज को अलग-अलग जगहों पर अलग नाम से बुलाते हैं। रागी का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और हार्ट की बीमारी को कंट्रोल करने में आसानी होती है। चलिए जानते हैं रागी खाने से डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को कैसे कंट्रोल किया जा सकता है साथ ही इसका सेवन कैसे करें?
क्या है रागी?
नाचनी राई के आकार का हल्के लाल रंग के दाने वाला अनाज होता है, जिसे सुखाकर पीसकर इसक आटा तैयार किया जाता है। रागी में भरपूर मात्रा में एमिनो एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन, मिनरल, फाइबर , कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन जैसे पोषक तत्व मौजूद पाए जाते हैं।
इन बीमारियों में है फायदेमंद रागी:
-
डायबीटीज में फायदेमंद- रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स दूसरे अनाज की तुलना में कम होता है। साथ ही इसमें पॉलिफिनॉल्स और फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं ऐसे में शुगर के मरीजों के लिए इसका सेवन लाभकारी हो सकता है।
-
कोलेस्ट्रॉल कम करे- रागी में मौजूद डाइटरी फाइबर फाइटिक एसिड बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और आपके दिल की सेहत को भी मजबूत बनाता है।
-
एनीमिया दूर करे- रागी में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है ऐसे में रागी खाने वालों के शरीर में आयरन की कमी नहीं होती है। अगर आप एनीमिया का समाना कर रहे हैं या आपका हीमोग्लोबिन कम है तो अपनी डाइट में रागी को ज़रूर शामिल करें।
-
वजन घटाए- डायटीशियन वजन कम करने वाले लोगों को रागी का सेवन करने की सलाह देते हैं। दरअसल, फाइबर से भरपूर रागी का सेवन करने से जल्दी भूख नहीं लगती है जिससे आप ओवर ईटिंग से बच जाते हैं। इस वजह से मोटापा तेजी से कम होता है।
-
हड्डियां करे मजबूत- कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। जिनकी हड्डियां कमज़ोर हैं उन्हें अपनी डाइट में रागी का सेवन करना चाहिए। दरअसल, 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। इसलिए रागी के सेवन से आपकी बॉडी को भरपूर कैल्शियम मिलता है।
कैसे करें रागी का इस्तेमाल?
अगर आप डाइट पर हैं तो उसे को पौष्टिक बनाने के लिए खाने में रागी को शामिल कर सकते हैं। रागी फाइबर से भरपूर अन्न होता है,रागी को पीसकर उसका आटा बनाया जाता है। ऐसे में इसके आटे से आप रोटियां, चीला बना सकते हैं।