निमोनिया रोग वायरस, बैक्टीरिया आदि के कारण होता है। ये सब श्वास के द्वारा फेफड़ों में पहुंचकर संक्रमण कर देते हैं। स्ट्रेप्टोकोकस नामक बैक्टीरिया के कारण यह सबसे अधिक फैलता है। प्रेग्नेंसी के समय निमोनिया होने का सबसे अधिक खतरा रहता है। ऐसे में वह कैसे खुद का ख्याल रखें जानें स्वामी रामदेव से।
प्रेग्नेंट महिलाएं करें ये योगासन
स्वामी रामदेव के अनुसार प्रेग्नेंट महिलाओं को कोई भी कठिन योगासन नहीं करना चाहिए।
- भस्त्रिका- गर्भवती महिलाओं को भस्त्रिका प्राणायाम करना चाहिए। इससे मां के साथ-साथ बच्चा बुद्धिमान पैदा होगा।
- अनुलोम- विलोम- इसे करने से महिलाओं को लाभ मिलेगा।
- भ्रामरी- ऊं और गायत्री मंत्र का उच्चारण करें।
- इसके अलावा आप चाहे तो गायत्री मंत्र और ऊं का जप भी कर सकती हैं।
ध्यान रखें ये बात
अगर किसी प्रेग्नेंट महिला को बुखार, निमोनिय, टाइफाइड हो जाता है तो बुखार की दवा लेने से बचें। ऐसा करने से बच्चा विकलांग और दिव्यांग पैदा हो सकता है। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को 99 प्रतिशत दवा नहीं खानी चाहिए।
निमोनिया का घरेलू उपचार
- गिलोय और तुलसी और थोडा सा मुलेटी मिलाकर काढ़ा बना लें। इसके बाद इसे ठंडा करके पिएं।
- जिनको बहुत अधिक बुखार है तो वह ज्वर नाशक पाथ उबाल कर से ले सकती हैं।
- जिन महिलाओं को शरीर में सूजन है तो वह पूनर्वा ले सकती हैं।
- कई महिलाओं को प्रेग्नेंसी में ब्लिडिंग की समस्या हो जाती है। ऐसे में वह शीशम के पत्ते का पानी और गोखुर का पानी पिएं।
इन योगासनों से डायबिटीज और ब्लड शुगर को आसानी से करें कंट्रोल, स्वामी रामदेव से जानें तरीका