उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को भेंट में उत्तराखंड के प्रसिद्ध काफल दिए थे जिसके प्रत्युत्तर में पीएम मोदी ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar singh dhami) का आभार व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पत्र में देवभूमि उत्तराखंड से भेजे गए रसीले मौसमी फल 'काफल' की तारीफ करते हुए लिखा कि इसके औषधीय गुणों का उल्लेख प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी मिलता है। आइए जानते में एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर काफल के 3 जबरदस्त फायदे।
काफल के फायदे (Kafal Fruit Benefits)
पाचन में फायदेमंद
पहाड़ी फल काफल (Kafal) स्वाद में खट्टा-मीठा और देखने में ब्लूबेरी जैसा होता है। काफल में विटामिन, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। गर्मी के मौसम में काफल शरीर को ठंडक देता है। काफल खाने से पाचन संबंधी बीमारियां नहीं होती हैं और इससे पाचन तंत्र अच्छा होता है। कब्ज, एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या से जूझ रहे लोगों को काफल जरूर खाना चाहिए।
तनाव रखे दूर
आज के समय में तनाव हर किसी को होता है, कोई अपने ऑफिस में काम से परेशान है तो किसी को पढ़ाई के कारण तनाव है। ऐसे में काफल का सेवन करने से तनाव कम होता है। काफल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-डिप्रेसेंट गुण मौजूद हैं जो तनाव के लक्षणों को कम करने में मददगार साबित होते हैं। इस फल की खेती मुख्यत: नैनीताल, अल्मोडा और रानीखेत में होती है।
सर्दी-जुकाम में कारगर
एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर काफल सर्दी जुकाम की समस्या में लाभदायक साबित होता है। काफल की छाल का इस्तेमाल खांसी और सांस से जुड़ी समस्याओं में किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर काफल का वैज्ञानिक नाम माइरिका एसकुलेंटा (Myrica esculenta) है। काफल का फल ही नहीं इसकी पत्तियां और पेड़ की छाल सभी फायदेमंद होती हैं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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