कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में जहां एक ओर इजाफा हो रहा तो वहीं दूसरी ओर लोग इससे ठीक भी हो रहे हैं। यानी कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का रिकवरी रेट भी लगातार बढ़ रहा है। लेकिन जो लोग कोरोना से जिंदगी की जंग जीत चुके हैं वो इस बात का वहम बिल्कुल भी मन में ना रखें कि उन्हें ये वायरस दोबारा अपनी चपेट में नहीं ले सकता। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें दोबारा कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में जरूरी है कि जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं वो कुछ सावधानियां जरूर बरतें।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना से लड़ने के लिए शरीर एंटीबॉडी बनाता है। देखा गया है कि ठीक होने वाले एक तिहाई लोगों में पर्याप्त एंटीबॉडी नहीं बन रहे। ऐसे में दोबारा कोराना के चपेट में आ सकते हैं। जानें कोरोना से ठीक होने के बाद कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।
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सोशल डिस्टेंसिंग को करें फॉलो
कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि एक बार कोरोना हो गया तो दोबारा नहीं होगा। अगर आप भी यही सोचते हैं तो ऐसा बिल्कुल ना करें। कोरोना से ठीक होने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग को जरूर ध्यान रखें। ऐसा ना करने पर हो सकता है आपको कोई और इंफेक्शन हो जाए।
जरूर लगाएं मास्क
मास्क लगाना बहुत जरूरी है। आप बाहर कहीं भी जाएं तो ये इसे लगाना ना भूलें। ये आपको कोरोना वायरस से बचाकर रखेगा। इसके साथ ही बात करते वक्त दो गज की दूरी बनाएं रखें।
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किसी से भी हाथ ना मिलाएं और ग्लव्स पहनें
इस बात का ख्याल रखें कि जब भी आप घर से बाहर निकलें तो ग्लव्स जरूर पहनें। इसके साथ ही किसी से भी गलती से भी हाथ ना मिलाएं। अगर आप ग्लव्स पहनना भूल गए हैं तो घर आकर अच्छी तरह से साबुन से हाथ धोएं।
बार-बार हाथ धोएं और सैनेटाइर का इस्तेमाल करें
कहीं से आप घर आए हैं तो अपने हाथ जरूर धुलें। इसके साथ ही अपने साथ हमेशा सैनिटाइजर जरूर रखें। ऐसा करने की ही आप खुद को दोबारा कोराना की चपेट में आने से बचा सकते हैं।
सांस के रोगी रखें अपना खास ख्याल
जो लोग सांस की समस्या से पीड़ित थे और कोरोना से ठीक हो चुके हैं वो अपना खास ध्यान रखें। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार फेफड़े में उतनी ताकत नहीं रह जाती। फेफड़े की जो जगह नष्ट हुई थी उसे ठीक होने के लिए वहां पर रेशे बनते हैं, जिससे फेफड़े का प्रभावी हिस्सा कम हो जाता है और उसमें फूलने की क्षमता भी कम हो जाती है। इसलिए सांस के रोगियों को ठीक होने के बाद भी छाती और फेफड़ों का व्यायाम करते रहना जरूरी है।