हमारा देश सदियों से गुरु परंपरा वाला देश रहा है। गुरु का दर्जा इस दुनिया में सबसे ऊंचा है और तभी उन्हें साक्षात ब्रह्म भी कहा जाता है। हो भी क्यों ना--वो उस्ताद ही होते हैं जो अपनी तालीम से शागिर्दों को तराशते हैं। जी हां, गुरु पूर्णिमा के इस मौके पर याद कीजिए अपने गुरु को जिन्होंने आपको सही-गलत की पहचान करवाई। मुश्किल से मुश्किल बातों को आसान तरीके से समझाया और कामयाबी का रास्ता दिखाया और जरूरी नहीं कि ये कोई आध्यात्मिक गुरु या फिर स्कूल-कॉलेज में पढ़ाने वाले टीचर्स ही हों जिंदगी के किसी भी पड़ाव पर कोई भी आपका गुरु हो सकता है। वो माता-पिता हो सकते हैं। दोस्त हो सकते हैं या फिर ऑफिस के सीनियर्स जो आपको वक्त-वक्त पर जीवन के मायने सिखाते हैं।
अब, जैसे विश्व प्रसिद्ध योगगुरु स्वामी रामदेव को ही ले लीजिए जिन्होंने पिछले 4 साल में हम सबकी और इंडिया टीवी के 'योगा शो' से करोड़ों लोगों की जिंदगी बदल दी और आज भी योग को घर-घर तक पहुंचाने और हर एक हिंदुस्तानी को सेहतमंद बनाने की उनकी मुहिम जारी है। तो, चलिए गुरु पूर्णिमा के इस मौके पर उन्हें नमन करते हैं और हर दिन योग करने का प्रण लेने के साथ सेहत का आशीर्वाद मांगते हैं और देखिए स्वामी जी हमारे साथ जुड़ भी गए हैं स्वामी जी गुरु पूर्णिमा पर हमारा प्रणाम स्वीकार करें।
महर्षि वेदव्यास को प्रथम गुरू की उपाधि
- उन्हीं के जन्मदिवस पर मनाते हैं गुरू पूर्णिमा
- वेदव्यास ने दिया था चारों भागवत पुराण का ज्ञान
योग में उलझन
- सही तरीके से योग ना करना
- ब्रीदिंग पर ध्यान ना देना
- नहीं मिलेगा योग का फायदा
दूर होगा कंफ्यूजन -
- सांस कैसे लें?
- कितनी देर पहले खाना खाएं ?
- कितनी देर योग करें ?
- कौन से आसन ना करें ?
- खिंचाव आने पर क्या करें ?
- प्राणायाम का सही तरीका
हार्ट होगा मजबूत - नेचुरल उपाय
- 1 चम्मच अर्जुन की छाल
- 2 ग्राम दालचीनी
- 5 तुलसी
- उबालकर काढ़ा बनाएं
- रोज पीने से हार्ट हेल्दी
फेफड़े बनेंगे फौलादी - क्या करें ?
- रोज प्राणायाम करें
- दूध में हल्दी-शिलाजीत लें
- त्रिकुटा पाउडर लें
- गर्म पानी पीएं
- तला खाने से बचें