Highlights
- कर्नाटक में ओमिक्रॉन के दो मरीज मिले
- कोरोना के नए वेरिएंट के लक्षण जानकर रहें सतर्क
कोरोना की दूसरी लहर में मची तबाही का डर और खौफ अभी पूरी तरह से खत्म भी नहीं हुआ कि कोरोना का सबसे खतरनाक रूप ओमिक्रॉन की भारत में एंट्री हो गई है। भारत में ओमिक्रॉन से संक्रमित दो मरीजों की पुष्टि हुई है जो कर्नाटक के बेंगलुरू में मिले हैं।
कर्नाटक में जो पहला मरीज 66 साल का नागरिक है जो साउथ अफ्रीका से दुबई होते हुए 20 नवंबर को बेंगलुरू पहुंचा था। 21 नवंबर को उसकी टेस्टिंग हुई तो कोविड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि उसने बेंगलुरू के एक होटल में चेक इन किया फिर 23 नवंबर को उसकी दूसरी कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद दोबारा यह व्यक्ति 27 नवंबर को वापस दुबई चला गया। लेकिन जब उसके सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई तो उसमें ओमिक्रॉन मिला।
कर्नाटक में मिला दूसरा मरीज 46 साल का भारतीय नागरिक है जिसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। ये शख्स कर्नाटक के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर है। 21 नवंबर को इसका कोविड टेस्ट हुआ। 22 नवंबर को रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद ये 25 नवंबर को अस्पताल में भर्ती हुआ। 27 नवंबर को इसकी अस्पताल से छुट्टी हो गई। लेकिन अब पता चला है कि उसके कॉन्टैक्ट में आए 5 लोग पॉजिटिव हैं और सभी आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती हैं।
डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा क्यों खतरनाक है ओमिक्रोन
कोरोना वायरस के हर वेरिएंट में उसके SPIKE प्रोटीन में फर्क होता है। डेल्टा वेरिएंट के SPIKE प्रोटीन में 2 म्यूटेशन थे जबकि ओमिक्रॉन वेरिएंट में उससे कई गुणा ज्यादा म्यूटेशन है। यही वजह है कि ओमिक्रॉन ज्यादा संक्रमण फैला सकता है। एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलने की इसकी रफ्तार पहले वेरिएंट से बहुत बहुत तेज है।
ओमिकॉन के लक्षण
दक्षिण अफ्रीका की डॉक्टर एंजेलीके कोएट्जी के अनुसार ओमिकॉन से संक्रमित व्यक्ति को बहुत ज्यादा थकान, हल्का सिरदर्द , पूरे शरीर में दर्द , गले में खराश, खांसी की समस्या देखी गई हैं। इसके अलावा स्वाद या गंध नहीं जाती है।
भारत में मिले ओमिक्रॉन मरीजों को अधिक थकान , कमजोरी और बुखार जैसे लक्षण नजर आए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मरीज की साइकिल थ्रेशहोल्ड वैल्यू (CT value) कम थी जिसके बाद उनका सैंपल लैब भेजा गया। इनके संपर्क में आए 5 लोगों का भी टेस्ट पॉजिटिव आया है।