मां बनना किसी भी महिला के लिए दूसरा जन्म होता है। एक नन्हीं सी जान को दुनिया में लाना आसान नहीं होता। 9 महीने की प्रेग्नेंसी के दौरान तमाम तरह की परेशानियां आती हैं जैसे कि बीपी बढ़ जाना, सांस लेने में दिक्कत, थायराइड और शुगर का बढ़ना या घटना,पैरों में सूजन और एसिटिडी होती है। कोरोना काल में प्रेग्नेंसी और रिस्की हो गई है। वहीं दूसरी ओर हर महिला चाहती हैं ति उसे सी सेक्सन से न गुजर कर नॉर्मल डिलीवरी हो।
स्वामी रामदेव के अनुसार प्रेग्नेंसी के समय कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन कर सकते हैं। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली हर समस्या से निजात मिलने के साथ नॉर्मल डिलीवरी होगी। इसके साथ ही बच्चा हेल्दी पैदा होगा।
नॉर्मल डिलीवरी के लिए मददगार होंगे ये योगासन, स्वामी रामदेव से जानिए करने का आसान तरीका
प्रेग्नेंसी के समय होने वाली समस्याओं के लिए करें इन आयुर्वेदिक औषधियों को सेवन
- प्रेग्नेंसी के समय हाई बीपी की समस्या हो रही है तो मुक्तावटी 1-1 गोली लें। इसके अलावा लौकी का जूस के साथ ब्राह्मी के पत्ते, व्हीट ग्रास और एलोवेरा जूस ठंडे पानी से लें। इससे आपको लाब मिलेगा।
- लो बीपी होने पर अश्वगंधा और शतावर 1-2 ग्राम या 1 कैप्सूल लें।
- ब्राह्मी, शंखपुष्पी, जठामासी 1-1 ग्राम प्रेग्नेंसी के समय लेने से आपके बच्चे का ब्रेन तेज होगा।
- प्रेग्नेंसी के समय अगर अधिक उल्टी आ रही हैं तो मोती पिष्टी, सौंफ, जीरा और धनिया को भिगोकर सुबह-सुबह इसका पानी पी लें। इसके अलावा मोती पिष्टी आधा ग्राम लेकर शहद के चाट ले लें।
- अगर सर्दी जुकाम की समस्या हैं तो थोड़ी मात्रा में गिलोय का सेवन करे।
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- बुखार हो जाने पर गिलोय, चिरैयता और तुलसी का काढ़ा बना लें। इसके बाद इसे ठंडा करके पिएं।
- टाइफाइड होने पर खूबकला 2-3 ग्राम , मुनक्का 8-10 और अंजीर 2-3 को पीस लें। इसके बाद इसे 400 ग्राम पानी में पका लें। जब 100 ग्राम बच जाए तो इसका सेवन करे।
- पेडू में दर्द है तो गोखरू और पूनर्नवा का सेवन करे। इसके अलावा दशमूला क्वाथ को उबाल कर ठंडा करके इसका सेवन करे। इसके साथ ही पिंडली दबाएं।
- खांसी के लिए छोटी सी मुलेठी, काली मिर्च, 1 लौंग मुंह में डाल लें। इसके अलावा श्वासारी क्वाथ, गोली या रस का सेवन करे। इसके साथ ही गर्म पानी पिएं।
- अनार, दही और केला का सेवन करने दस्त की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
- पाइल्स होने पर नागदोन के 3 पत्ते खाने से लाभ मिलेगा।
- खून की कमी होने पर गाजर, अनार, मुनक्का और अंजीर का सेवन करे।
- हार्ट बीट बढ़ जाने पर हद्याअमृत या फिर दालचीनी और अर्जुन की छाल का सेवन करना चाहिए।
- प्रेग्नेंसी से पहले और प्रेग्नेंसी के समय शतावर चूर्ण का सेवन करे। इससे मां और बच्चा सेहतमंद रहेगा।