मच्छरों से पैदा होने वाली दूसरी बीमारियां भले ही कम हो रही हों, लेकिन डेंगू का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। गर्मी का मौसम आते ही अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। WHO की मानें तो आधी से ज्यादा दुनिया पर डेंगू का खतरा मंडरा रहा है। डेंगू भले ही एक वायरल इंफेक्शन हो, लेकिन इसमें तेजी से कम होते प्लेटलेट्स इसे गंभीर बना देते हैं। डेंगू का सही समय पर इलाज न किया जाए तो इससे जान भी जा सकती है। इसलिए हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस (National Dengue Day) मनाया जाता है। लोगों को डेंगू बीमारी के लक्षणों और बचाव के तरीकों के बारे में जागरुक किया जाता है।
डेंगू के सामान्य लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ज्यादातर लोगों में डेंगू होने पर हल्के लक्षण ही नजर आते हैं और 1-2 सप्ताह में डेंगू ठीक भी हो जाता है। हालांकि कई बार मरीज को सही इलाज नहीं मिलने पर तेजी से कम होते प्लेटलेट्स जानलेवा भी साबित होते हैं। मच्छर के काटने के करीब 3-4 दिन बाद शरीर मेंडेंगू के लक्षण नजर आने लगते हैं।
- तेज बुखार आना
- काफी तेज सिरदर्द
- आंखों के पीछे दर्द होना
- मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द
- उल्टी और जी मिचलाना
- हाथों में सूजन आना
- शरीर पर दाने निकलना
जो लोग दूसरी बार संक्रमित होते हैं उनमें गंभीर डेंगू का खतरा अधिक होता है। डेंगू के गंभीर लक्षण अक्सर बुखार ख़त्म होने के बाद आते हैं। जिसमें शरीर में ये लक्षण दिखते हैं।
डेंगू के गंभीर लक्षण
- गंभीर पेट दर्द
- लगातार उल्टी होना
- तेजी से सांस लेने
- मसूड़ों या नाक से खून आना
- थकान और बेचैनी
- उल्टी या मल में खून आना
- बहुत प्यास लगना
डेंगू से बचने के लिए क्या करें?
आप डेंगू के खतरे से खुद को और अपने परिवार को बचाना चाहते हैं तो मच्छरों से खास बचाव करें। साथ ही नीचे बताई गई बातों का ख्याल रखें।
- फुल कवर कपड़े पहनें खासतौर से पार्क या बाहर जाते वक्त
- यदि दिन में सो रहे हैं तो मच्छरदानी लगाकर ही सोएं
- घर के दरवाजे और खिड़की पर मच्छर वाला नेट लगाकर रखें
- मच्छरों से बचने के लिए कोई क्रीम या स्प्रे या लेत लगाकर रखें
- मच्छरों को अंडे देने वाली जगहों तक पहुंचने और पानी भरने से बचाव करें
- घर के आसपास गंदगी और कचरा जमा होने से बचाएं
- खूब पानी पीते रहें और लक्षण दिखने पर डॉक्टर को दिखाएं