बच्चों की इम्युनिटी बहुत कमजोर होती है इसलिए वो जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। कई बार बच्चों को उल्टी की दिक्कत हो जाती है और उल्टी होने पर बच्चे के शरीर में पानी की कमी होने जैसी कई समस्याएं होने का खतरा रहता है। इसी तरहस से दस्त, खांसी जुकाम, लूज मोशन जैसी बीमारियां भी बच्चों में आम होती हैं। आज हम आपको बताएंगे बच्चों में होने वाली ऐसी 5 बीमारियों के बारे में जिन्हें घरेलू उपायों के जरिए आसानी से ठीक किया जा सकता है।
बच्चों में होने वाली 5 बीमारियों और उनके घरेलू उपाय
सर्दी-जुकाम
बच्चों को होने वाली सबसे आम बीमारियों में से एक सर्दी-जुकाम है। 20 से भी ज्यादा तरह के वायरस बच्चों में सर्दी-जुकाम का कारण बन सकते हैं। सर्दी-जुकाम से बहती नाक, आंखों से पानी आने, खांसी और छींक आने जैसे लक्षण पैदा होते हैं। बच्चे को सर्दी-जुकाम होने पर उसे बार-बार हाथ धोने के लिए कहें और उसे ज्यादा से ज्यादा फ्लूइड पिलाएं।
लूज मोशन
लूज मोशन होने पर ओआरएस का घोल सबसे ज्यादा कारगर साबित होता है और सदियों से मांएं बच्चे का पेट खराब होने पर इसी का इस्तेमाल करती आ रही हैं। आप चाहें तो केमिस्ट की दुकान से लेकर ओआरएस का घोल खरीद सकती हैं या फिर आप चाहें तो घर पर ही इस सलूशन को बना सकती हैं। इसके लिए आपको 1 लीटर पानी को उबालकर ठंडा करना है। इसमें करीब 5 से 6 चम्मच चीनी और 1 चम्मच नमक डालें और अच्छी तरह से मिक्स कर लें। इस घोल को थोड़ी-थोड़ी देर में बच्चे को पिलाते रहें ताकि उन्हें डिहाइड्रेशन न हो।
उल्टी
बच्चा बार-बार उल्टी कर रहा हो तो भी उसे पानी पिलाते रहें। छोटे बच्चों को ग्लूकोज का घोल भी दिया जा सकता है। ठोस के बजाए, तरल आहार दें जैसे साबूदाने का मांड। बार-बार की उल्टी से डिहाइड्रेशन के जो लक्षण सामने आते हैं, उनमें शामिल हैं-चिड़चिड़ाहट, थकान, रोने पर कम आंसुओं का निकलना, आंखों का धंस जाना, त्वचा का ठंडा पड़ना, सामान्य से कम पेशाब करना, पहले पीले रंग का पेशाब आना, सुस्ती, बाहर खेलने का मन नहीं करना। यदि ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
बच्चों के मुंह में छाले
अगर आपका बच्चा मुंह के छाले की समस्या से परेशान है तो नारियल का तेल, पानी और दूध मुंह के छाले दूर करने में काफी लाभकारी है। अगर बच्चे के मुंह में छाला है, तो उसे नारियल पानी दें। इसके अलावा उनके छालों पर नारियल तेल लगाने व नारियल के दूध से गरारे कराने से भी आराम मिलेगा। इसके अलावा तुलसी के 2-3 पत्ते चबाने को दें, इससे काफी सुधार होगा। इसके अलावा तुलसी के पत्तों का पेस्ट बनाकर छाले पर लगाने से भी दिक्कत दूर होगी।