तेज गर्मी से मानसून ने राहत दिलाई है लेकिन इसके साथ स्वास्थ्य संबधी समस्याएं बढ़ रही हैं। बरसात के मौसम में गंदा पानी (Dirty water) और दूषित भोजन से डायरिया की समस्या से बच्चों से लेक बुजुर्ग तक ग्रसित हो रहे हैं। डायरिया होने पर शरीर का खास ख्याल रखना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डायरिया में दस्त की समस्या को अगर हल्के में लिया तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। यहां जानिए डायरिया होने के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके।
डायरिया क्या है कैसे होता है? (What is diarrhea and why does it happen)
डायरिया पाचन तंत्र संबंधित डिसऑर्डर है, जिसमें इंसान एक से ज्यादा बार मल त्याग करता है और मल पानी की तरह पतला होता है। मुख्य रूप से डायरिया रोटावायरस या साल्मोनेला या ई. कोलाई जैसे जीवाणुओं के कारण हो सकता है। बरसात के मौसम में डायरिया यानी दस्त होने की समस्या बच्चों में बढ़ जाती है। यह गंदे पानी, स्ट्रीट फूड और आंतों मे सूजन (inflammatory bowel disease) के कारण हो सकता है।
डायरिया के लक्षण (What is the main symptoms of diarrhea)
डायरिया होने पर बार बार मल त्याग की समस्या, पानी जैसा मल, मतली, पेट में ऐंठन, मूंह में सूखापन, कम या पेशाब नहीं आना, कमजोरी, थकान और बुखार हो सकता है। बार बार मल त्याग के साथ शरीर में ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। एक्यूट डायरिया (Acute diarrhoea) होने पर पानी जैसे पतला दस्त होता है।
डायरिया से बचाव कैसे करें?
- बरसात के मौसम में डायरिया से बचने के लिए खाना बनाने और खाने से पहले अपने हाथों को 20 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोएं।
- बासी खाना खाने से बचें और खाना पकाने से पहले कच्ची सब्जियों को अच्छी तरह से धोएं। डायरिया संक्रमण से बचने के लिए बरसात के मौसम में स्ट्रीट फूड न खाएं।
- घर से बाहर जाने पर पीना का पानी साथ लेकर जाएं या फिर बाहर से बोतल में पैक वाला पानी ही खरीदकर पिएं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
यह भी पढ़ें: दिल की बीमारियों से बचने के लिए रोजाना खाएं ये छोटा सा फल, जानें 5 बड़े फायदे
शरीर पर हो रहे हैं सफेद-गुलाबी धब्बे तो हो सकता है ये इंफेक्शन, जानें बचाव के 5 उपाय
बारिश के मौसम में सर्दी-जुकाम और फ्लू से बचने के लिए फॉलो करें ये टिप्स, बीमारियों से रहेंगे दूर